RD Burman Birth Anniversary: बॉलीवुड के फेमस म्यूजिक कंपोजर आरडी बर्मन की आज बर्थ एनिवर्सरी है। अपने संगीत से तीन दशकों तक लोगों को दिवाना बनाने वाले आरडी बर्मन जितना अपने संगीत के लिए जाने जाते हैं उतना ही अपनी पर्सनल लाइफ के चलते भी चर्चा में रहे थे। आइए आज उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी से कुछ दिलचस्प बातें।
विरासत में मिला था संगीत (RD Burman Birth Anniversary)
आरडी बर्मन का जन्म 27 जून 1939 को कोलकाता में हुआ था। आरडी बर्मन को संगीत विरासत के तौर पर अपने परिवार से ही मिला था। दरअसल आरडी बर्मन के पिता सचिन देब बर्मन भी फिल्मों के लिए गानों की धुनें तैयार किया करते थे। ऐसा लगता है कि आरडी बर्मन ने सुरों की सीख तो मां की पेट में ही ले ली थी।
ऐसे पड़ा था पंचम नाम
कहा जाता है कि जब आरडी बर्मन रोया करते थे उनके दादाजी ने एक खास बात नोटिस की, कि राहुल पंचम स्वर में रोया करते हैं। यहीं से उनका नाम पंचम भी पड़ गया। घर में संगीत का माहौल होने की वजह से आरडी बर्मन भी बेहद ही कम उम्र में गानों की धुन बनाने लगे थे। आरडी बर्मन पढ़ाई में ज्यादा अच्छे नहीं थे लेकिन सुरों के सरताज बचपन से ही रहे हैं। बेहद ही कम उम्र में पिता के साथ आरडी ने एक गाना बनाया जिसका नाम था ‘ऐ मेरी टोपी पलट के आ’।
300 से ज्यादा गानों पर किया काम
इस गाने ने साबित कर दिया था कि आरडी बर्मन एक संगीतकार के तौर पर करियर में बहुत कुछ करने वाले हैं। यही नहीं लड़कपन में ही पंचम ने 1957 की ‘प्यासा’ फिल्म के एक नग़्मे की धुन बनाई, ‘सर जो तेरा चकराए, या दिल डूबा जाए।’ इसके बाद देखते ही देखते आरडी बर्मन इंडस्ट्री का जाना-माना नाम बन गए और महज तीन दशक के करियर में ही उन्होंने 300 से ज्यादा गानों को अपने संगीत से सजाया।
ऐसे हुई थी आशा भोसले से शादी
ये तो हो गई आरडी बर्मन के करियर की बात। वहीं पर्सनल लाइफ की बात की जाए तो यह भी काफी फिल्मी रही है।आरडी बर्मन ने 1980 में सिंगर आशा भोसले से दूसरी शादी की थी। पहली पत्नी रीता पटेल से शादी के कुछ सालों बाद ही वे अलग हो गए थे। साल 1971 में दोनों ने तलाक ले लिया था। इसके बाद आरडी बर्मन की मुलाकात आशा भोसले से हुई। आशा भोसले के पति के निधन के बाद गम से उबरने में एक लंबा वक्त लगा। हालांकि 1980 में दोनों ने शादी रचा ली।