Uttara Baokar Death: फिल्म और टीवी की फेमस अदाकार उत्तरा बावकर का निधन हो गया है। 79 वर्ष की उम्र में उन्होंने पुणे के अस्पताल में आखिरी सांसे ली हैं। अपनी पावरफुल परफॉर्मेंस के लिए मशहूर उत्तरा 5 दशक से भी ज्यादा वक्त तक इंडस्ट्री में एक्टिव रहीं। पिछले काफी वक्त से वे बिमार थी और इसके बाद उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।
जीत चुकी हैं राष्ट्रीय पुरस्कार (Uttara Baokar Death)
थिएटर से लेकर टीवी और टीवी से लेकर फिल्मों तक उत्तरा ने अपने अभिनय की छाप छोड़ी। उन्होंने ऐसे कई रोल निभाए जिनके लिए वे हमेशा याद की जाएगीं। इस लिस्ट में “एक दिन अचानक” का नाम शामिल हैं जिसमें उन्होंने एक प्रोफेसर की पत्नी के रूप में जबरदस्त काम किया। इसमें उनके कैरेक्टर और एक्टिंग को काफी पंसद किया गया। इतना ही नहीं इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। यही नहीं उन्हें साल 1984 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
एनएसडी से सीखी एक्टिंग स्किल
एक्टिंग स्किल की बात करें तो एक्ट्रेस एनएसडी से पढ़ी हुई है जो एक बेहद ही चर्चित एक्टिंग स्कूल है। यहीं से एक्टिंग के गुण सीखकर उन्होंने कई थिएटर शोज भी किए। उन्होंने मुख्यमंत्री, मेना गुर्जरी, गिरीश कर्नाड की तुगलक और उमराव जान जैसे कई शानदार नाटक किए और इनमें उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई।
कई सीरियल्स में किया काम
इसके अलावा बात करें टीवी सीरियल्स की उत्तरा उड़ान, अंतराल, एक्स ज़ोन, रिश्ते कोरा कागज़, नज़राना, जस्सी जैसी कोई नहीं, कशमकश ज़िंदगी की और जब लव हुआ जैसे लोकप्रिय टीवी शो में नज़र आ चुकी हैं और वह मृणाल सेन की ‘एक दिन अचानक’ के आलावा ‘उत्तरायण’, ‘रुक्मावती की हवेली’, ‘द बर्निंग सीज़न’, ‘दोघी’, ‘ठक्षक’ और ‘सरदारी बेगम’ जैसी कई फिल्मों के लिए भी हमेशा याद की जाएंगी।