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‘लानत है…हरिवंश राय बच्चन के बेटे हो तुम’ जब 200 लोगों के सामने अमिताभ बच्चन को लगाई गई फटकार

Amitabh Bachchan: अमिताभ बच्चन ( Amitabh Bachchan) की एक्टिंग और उनके अंदाज की लोग प्रशंसा करते हैं। लेकिन निर्देशक और अभिनेता टीनू आनंद (Tinnu Anand) उन्होंने अमिताभ की फिल्म कालिया और शहंशाह का निर्देशन किया था ने पुराने दिनों को याद किया। इंडियन एक्सप्रेस की न्यूज के मुताबिक न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में टीनू […]

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Amitabh Bachchan: अमिताभ बच्चन ( Amitabh Bachchan) की एक्टिंग और उनके अंदाज की लोग प्रशंसा करते हैं। लेकिन निर्देशक और अभिनेता टीनू आनंद (Tinnu Anand) उन्होंने अमिताभ की फिल्म कालिया और शहंशाह का निर्देशन किया था ने पुराने दिनों को याद किया। इंडियन एक्सप्रेस की न्यूज के मुताबिक न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में टीनू ने बताया कि फिल्म कालिया को पूरा करने में 4 साल का समय लगा था। निर्देशक ने अपने पिता लेखक इंदर राज आनंद और अमिताभ बच्चन का एक किस्सा सुनाया। दरअसल एक उर्दू की लाइन को ठीक से न बोल पाने की वजह से इंदर राज ने 200 लोगों की पूरी टीम के सामने अमित जी को डांट लगाई।

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अपने पिता की उर्दू भाषा की पकड़ का टीनू ने किया बखान  (Amitabh Bachchan)

न्यूज-18 को दिए एक इंटरव्यू में टीनू से जब पूछा गया कि क्या अमिताभ बच्चन से उनके पिता को कोई प्रॉब्लम थी? इस पर टीनू जवाब देते हैं परेशानी अमिताभ से नहीं थी बल्कि बातचीत से थी क्योंकि मेरे पिता की उर्दू परफेक्ट थी। कोई भी उनसे किसी बात को लेकर बहस नहीं करता था। इंदर राज ने फिल्म में एक डायलॉग लिखा था जिसमें एक पार्टी का सीन था।

इस दौरान प्राण साहब कहते हैं, ‘आपने अपने जीवन में शानदार सफलता हासिल की है, लेकिन आपने जो रास्ता अपनाया है वह सोने से बना है। वह आपको सीधे ले जाएगा। मेरी जेल, या फाँसी। कालिया, यही तुम्हारा भविष्य है’। और कालिया कहता है, ‘क्या नजर की तकलीफों में मजा, जब मौत ना आए जवानी में। क्या लुत्फ जनाजा उठने का, हर गाम पे जब मातम न होगा’। जब मेरे पिता ने यह लाइन्स लिखी तो मैंने उनसे पूछा कि ‘पिताजी, इसका क्या मतलब है?’

डायलॉग सही से नहीं बोल पाए अमिताभ

टीनू को इस बात का अंदाजा था कि इन लाइन्स में अमिताभ को भी परेशानी होगी। हुआ भी कुछ ऐसा ही जब अमिताभ सेट पर ठीक से लाइन नहीं बोल पाए। एक या दो नहीं बल्कि तीसरी बार भी रिहर्सल के दौरान वो ठीक से नहीं बोल पाए तो पीछे से एक आवाज सुनाई दी, ‘ठीक से कहिए जनाब, ठीक से’। हम सबने पीछे देखा, वो मेरे पापा थे। अमित ने मेरी ओर देखा और कहा, ‘ब**टर्ड, तुमने अपने पिता को यहां बुलाया है क्या?

200 लोगों के सामने लगाई फटकार  (Amitabh Bachchan)

टीनू के पिता ने अमिताभ को नसीहत देते हुए कहा, ‘बेटा, ये उर्दू है, इसमें वजन होता है… लानत है तुमपे। हरिवंश राय बच्चन के बेटे हो तुम। उनके छांव में पले हो, और तुम कह रहे हो के ज़ुबान नहीं है ये तुम्हारी? लानत है तुम पे’। टीनू ने बताया कि वहां पर 200 लोग थे, जैसे ही डांट पड़ी तो हर तरफ एकदम सन्नाटा पसर गया है। अमित ने कहा, ‘अंकल, मुझे 10 मिनट दीजिए’ और चला गया।’

टीनू ने अपने पिता से कहा कि आपने ये क्या कर दिया अब मेरा हीरो भाग जाएगा। लेकिन मेरे पिताजी ने कहा कि वो अगर हरिवंश राय बच्चन का बेटा है तो नहीं भागेगा। हुआ भी ऐसा ही अमित ने अच्छे से रिहर्सल की और जब सेट पर इन्ही लाइन्स को बोला तो पिता जी कट बोलने के बजाए आगे बढ़े और अमिताभ बच्चन को गले लगा लिया।

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First published on: Jan 02, 2024 02:29 PM

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