Working Parent Responsibility: आज के समय में महंगाई इतनी ज्यादा बाढ़ गई है की एक इंसान की कमाई से घर चलाना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसी स्तिथि में दोनों पार्टनर्स को मिलकर एक दूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर काम करना पड़ता है।
इस सिलसिले में दोनों को घर से बाहर निकलना पड़ता है। ऐसे में बच्चे को घर में अकेले रहना पड़ता है। जो एक बड़ी समस्या होती है। जिसकी वजह से बच्चों को खुद ही अपनी देखभाल करनी पड़ती है।
हालांकि कई बार जॉइंट फैमिली में रहने की वजह से ये समस्या फेस नहीं करनी पड़ती। लेकिन आज के समय में बहुत ही कम ऐसे परिवार हैं जो साथ में रहते हैं। जो पेरेंट्स वर्किंग होते हैं उनके बच्चों के लिए ये बहुत जरूरी हो जाता है की वो आत्मनिर्भर हों और स्मार्ट भी।
अगर आप भी वर्किंग हैं और अपने बच्चे को अकेले छोड़कर जाते हैं तो यह आपकी जिम्मेदारी है कि बच्चे को कुछ खास बातों के बारे में बताएं और कुछ जरूरी चीजें भी सिखाएं ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। आज के आर्टिकल में हम कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके बच्चे के लिए और आपके लिए भी बहुत काम के हैं।
बच्चे की सेफ्टी के लिए करें ये काम
जो पेरेंट्स वर्किंग होते हैं उनके लिए ये बहुत जरूरी हो जाता है की उनके बच्चों की सेफ्टी ठीक से हो। इसके लिए वो कई प्रकार के सेफ्टी इंतजाम भी करते हैं। लेकिन पेरेंट्स के साथ-साथ बच्चे को भी सेफ्टी के प्रति थोड़ा सजग रहने की जरूरत होती है। इसके लिए जरूरी है की आप अपने बच्चे को डायरी में कुछ जरूरी नंबर लिखवाएं। और कुछ जरूरी नंबर उन्हें याद भी करवाएं, ताकि जरूरत पड़ने पर वो आपको फोन कर सकें।
साथ ही बच्चों को ये भी समझाएं की किसी भी अनजान व्यक्ति से न तो बात करें और न उनकी दी हुई चीज को खाएं। इसके अलावा उन्हें ये भी पता होना चाहिए की ऐसे अनजान लोगों को घर के अंदर भी न आने दें। अगर आपका बच्चा घर में अकेला है और कोई ऑनलाइन सामान आ रहा है तो बच्चे को बोलें की उसे गेट पर ही ड्राप करवा लें। किसी भी अनजान के लिए गेट न खोलें।
बच्चे को आत्मनिर्भर बनाना
अगर आप जॉब करते हैं तो आपके लिए ये जरूरी हो जाता है की आपके बच्चे आत्मनिर्भर हों। क्योंकि जब आप घर पर नहीं होते तो ऐसे में आपका बच्चा ठीक से अपने काम भी नहीं कर पाता। जो पेरेंट्स के लिए बहुत ही चिंता की बात होती है। ऐसे में पेरेंट्स के लिए जरूरी होता है की वो बचपन से ही अपने बच्चों को कुछ जरूरी बातें जैसे खुद से खाना लेना, अपने कपडे खुद पहनना, अपने सामान को ठीक जगह पर रखना आदि। ताकि कभी भी बच्चे को कुछ दिक्कत न हो।
कुछ चीजों के बारे में सावधान करें
जब घर में कोई नहीं होता तो ऐसे में बच्चा अपनी मनमानी करता है। लेकिन पेरेंट्स की ये जिम्मेदारी बनती है की वो बच्चों को कुछ चीजों के बारे में सावधान करें जिनसे उन्हें चोट लग सकती है। जैसे चाकू, कैंची या किसी अन्य धारदार वस्तु से न खेलें। बालकनी में ग्रिल पर न चढ़ें और न ही उसपर लटकें। गैस के साथ छेड़छाड़ न करें आदि। क्योंकि ये सब काम बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
परिवार के अन्य सदस्यों से बच्चे मेलजोल रखें
कई बार छोटे बच्चे सिर्फ अपने माता-पिता को ही अपनी दुनिया मानते हैं। ऐसे में वो घर के अन्य सदस्यों की बात नहीं मानते, जिसकी वजह से घर के लोगों के लिए उन्हें संभल पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे में पेरेंट्स को अपने बच्चों को ये समझना चाहिए की घर में रहने वाले अन्य लोग जैसे दादा-दादी, नाना-नानी, चाचा-चाची और जो भी रहते हैं उनकी बात को मानना चाहिए। अगर बच्चा नहीं मानता तो उसे डांटना भी जरूरी होता है।