Health Care: आजकल बदलते मौसम की वजह से वायरल फीवर का कहर बरपा हुआ है। हर घर में कोई न कोई बुखार से ग्रस्त है। ये बुखार इंसान को अंदर तक तोड़कर रख देता है। जिस किसी को भी वायरल फीवर हो रहा है वो लगभग एक हफ्ते तक तो बिस्तर पर ही पड़ जा रहा है।
हालांकि डॉक्टर से दवा लाने पर आराम तो मिल रहा है। लेकिन शरीर अंदर तक टूट जाता है। ऐसे में कुछ खास प्रकार के आसन हैं जो आपको आराम दे सकते हैं। आइए जानते हैं उन खास आसनों के बारे में।
शीतली प्राणायाम
जिस किसी को भी वायरल बुखार ने होनी चपेट में ले लिया है उसे शीतली प्राणायाम करना चाहिए। ये प्राणायाम बहुत ही ज्यादा लाभदायक होता है। दरअसल, शीतली प्राणायाम करते हुए आपका पूरा शरीर ठंडा होता है। जिससे शरीर के बढ़े हुए तापमान को कम करने में मदद मिलती है। शीतली प्राणायाम करने के लिए मुंह से हवा अंदर ली जाती है और नाक से सांस छोड़ी जाती है। जब हम मुंह से सांस लेते हैं तो पूरे शरीर को ठंडक मिलती है। इससे आपका सेन्ट्रल नर्वस सिस्टम भी रिलैक्स होता है, जिससे बुखार को ठीक हो जाता है।
शवासन
बुखार होने पर शवासन करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है। जब बुखार आता है तो उस समय बुखार होने पर शरीर में थका हुआ सा हो जाता है। और पूरी बॉडी में बहुत ज्यादा दर्द होता है। ऐसे में शवासन का करने से शरीर को काफी रिलैक्स मिलता है। जिससे आप खुद को अधिक बेहतर महसूस करते हैं। बता दें कि, शीतली प्राणायाम को करने के बाद शवासन करने से आपको ज्यादा लाभ मिलता है।
योग निद्रासन
योग निद्रा और शवासन लगभग एक ही तरह के आसन होते हैं। बुखार होने पर जो लोग इस आसन को करते हैं उन्हें लाभ मिलता है। दरअसल, ये आसन करने से आप खुद को मानसिक व शारीरिक रूप से काफी अच्छा महसूस करते हैं। जिससे आपको जल्द ठीक होने में मदद मिलती है। बता दें कि ये आसन नींद और जागने के बीच की एक ऐसी स्थिति होती है, जो आपकी थकावट को दूर करके एक ताजगी का अहसास करवाती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। कोई उपाय या नुस्खे को अपनाने से पहले चिकित्सीय परामर्श जरूर लें। e24Bollywood वेबसाइट किसी भी तरह की चिकित्सीय सलाह की पुष्टि नहीं करता है।