Health Tips For Diabetes Patients: रोटी एक ऐसी चीज है जो हर रोज सभी के घर में बनती है। लेकिन क्या आपको पता है की रोटी बनाने के लिए आटा कैसा होना चाहिए। कुछ लोगों को लगता है कि बारीक आटे की रोटी अच्छी होती है, लेकिन ये एकदम गलत है दरअसल आटा जितना बारीक होता है उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स उतना ही ज्यादा होता है और फाइबर उतना ही कम।
आटे में फाइबर कम होने की वजह से शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है और मेटाबोलिज्म स्लो रहता है। अगर आपका शुगर लेवल भी बढ़ गया है और आप डायबिटीज की गिरफ्त में आ रहे हैं तो आप आटा नहीं बल्कि उसका चोकर अपनी डाइट में शामिल करें। आइए जानते हैं कि आटे के चोकर से मिलने वाले फायदों के बारे में और कैसे करें इसका इस्तेमाल।
डायबिटीज के रोगियों के लिए चोकर से मिलने वाले लाभ
1. शुगर पेशेंट के लिए लाभकारी है चोकर Health Tips
जो लोग शुगर पेशेंट हैं उनके लिए चोकर का दरदरापन बहुत लाभकारी होता है, ये मेटाबोलिज्म को तेज करता है और इसके स्पाइक को रोकता है। चोकर में मौजूद फाइबर शुगर सोखने में मददगार होता है साथ ही पेट का मेटाबोलिक रेट भी बढ़ाता है। साथ ही ये अपच की परेशानी को भी दूर करता है।
2. इंसुलिन प्रोडक्शन को तेज करता है चोकर का आटा
आपको बता दें कि चोकर का आटा इंसुलिन प्रोडक्शन में भी मददगार है। ये हमारे शरीर में इंसुलिन हार्मोन को तेज करने के साथ, इसके प्रोडक्शन को बढ़ाता है। जिससे डायबिटीज कंट्रोल में रहती है।
3. शुगर स्पाइक को रोकता है चोकर का आटा
डायबिटीज के पेशेंट को पता हो कि चोकर शुगर स्पाइक को रोकता है और फास्टिंग शुगर को बढ़ने नहीं देता। इसके साथ ही ये बॉवेल मूवमेंट को तेज कर शुगर में कब्ज की समस्या को दूर करता है
डायबिटीज पेशेंट कैसे करें चोकर का इस्तेमाल
आपको पता हो कि डायबिटीज के रोगियों के लिए चोकर बहुत ही लाभकारी होता है। इसके लिए आप या तो पहले से ही अधिक चोकर वाला आटा ले आएं। वरना आप आटे से चोकर को अलग कर लें और फिर शुगर पेशेंट के लिए एक कप आटे में दो कप चोकर मिला लें। अब आप इससे रोटी या थेपला बनाकर खा सकते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। कोई उपाय या नुस्खे को अपनाने से पहले चिकित्सीय परामर्श जरूर लें। e24Bollywood वेबसाइट किसी भी तरह की चिकित्सीय सलाह की पुष्टि नहीं करता है।