Dipika Chikhlia B-grade Movies: बॉलीवुड में ऐसी कई हीराइनें हैं जिन्हें अपने करियर की शुरुआत में बी ग्रेड फिल्मों में काम करना पड़ा, लेकिन इन फिल्मों के बाद जब उन्होंने शानदार अभिनय किया तो लोग उनकी ऐसी फिल्मों को भूल गए। आज हम आपको एक ऐसी ही हसीना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने पहले बी-ग्रेड फिल्में की, लेकिन बाद में अच्छे रोल करने के बाद सभी ने उनके पुराने किरदारों को भूला दिया। चलिए जानें, कौन है ये।
माता सीता ने बदली किस्मत
एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया के बारे में तो सभी जानते हैं। बहुत कम उम्र में ही उन्होंने रामानंद सागर की रामायण में माता सीता का किरदार निभाया था। उनके इस किरदार को लोग कभी नहीं भूल पाए। आलम यह हुआ कि लोग उन्हें पूजने लगे। बेशक, उन्होंने बहुत सी फिल्में और कई टीवी शोज किए लेकिन उनकी असली पहचान रामानंद सागर की रामायण से ही बनी।
कई फ्लॉप बी ग्रेड फिल्मों में किया काम
आज दीपिका लगभग 60 साल की होने वाली है लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में बी ग्रेड फिल्मों में काम किया था। दरअसल, उनकी पहली फिल्म ‘सुन मेरी लैला’ थी। बेशक यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हुई थी लेकिन फिर भी उन्होंने और फिल्मों में भी काम किया और इज्जत आबरू, चीख, रात के अंधेरे में जैसी फ्लॉप फिल्में देने के बाद भी उन्होंने काम करना बंद नहीं किया।
टीवी शोज से बदला करियर
जब उन्हें टीवी शोज का ऑफर आया तो फिर उन्होंने फिल्मों के बजाय टीवी की ओर पूरी तरह से रुख कर लिया। हालांकि दीपिका चिखलिया हमेशा से ही फिल्मों में काम करना चाहती थीं। ऐसे में बड़े बैनर की फिल्म ना मिलने की वजह से वे ऐसी फिल्मों में काम करती रहीं।
चार से पांच बार दिया स्क्रीन टेस्ट
आपको बता दें, दीपिका को रामायण में सीता के किरदार के लिए चार से पांच बार स्क्रीन टेस्ट देना पड़ा था और यही से ही उनके करियर में वह टर्निंग पॉइंट आया, जब उन्हें यह किरदार निभाने का मौका मिला। बहरहाल, आज दीपिका घर-घर में माता सीता के रूप में पूजी जाती हैं।
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