Prem Sagar on Adipurush: साउथ सिनेमा के सुपरस्टार प्रभास (Prabhas), बॉलीवुड एक्ट्रेस कृति सेनन और अभिनेता सैफ अली खान-स्टारर फिल्म ‘आदिपुरुष’ को 16 जून को रिलीज कर दिया गया है। ये फिल्म रिलीज के पहले से ही विवादों में थी, लेकिन अब फिल्म के रिलीज होने के बाद इसको एक बार फिर से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है।
ऑडियंस से लेकर क्रिटिक्स तक, फिल्म के डायलॉग्स, वीएफएक्स और अदाकारी पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। वहीं, अब रामानंद के बेटे प्रेम सागर ने भी ओम राउत और ‘आदिपुरुष’ की आलोचना की।
Adipurush को करना पड़ा रहा आलोचनाओं का सामना
रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने इस पर अपनी नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि- ‘आदिपुरुष’ में भारतीय महाकाव्य ‘रामायण’ की गलत व्याख्या की गई है। उन्होंने इस पर अपना एतराज जाहिर किया है। प्रेम सागर ने कहा कि डायरेक्टर ने तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है और उन्होंने फिल्म के डायलॉग्स पर भी आपत्ति जताई है।
‘आदिपुरुष’ के माध्यम से चमत्कार बनाने की कोशिश- प्रेम सागर
एक इंटरव्यू के दौरान प्रेम सागर ने कहा कि- उन्होंने फिल्म नहीं देखी है, लेकिन उन्होंने टीजर और ट्रेलर देखा है। जब प्रेम सागर को ‘टपोरी’ स्टाइल के डायलॉग ‘तेल तेरे बाप का, जलेगी तेरे बाप की’ के बारे में बताया गया, तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि ओम राउत ने ‘आदिपुरुष’ के माध्यम से चमत्कार बनाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि उनके पिता रामानंद सागर ने भी ‘रामायण’ बनाते वक्त क्रिएटिव फ्रीडम का इस्तेमाल किया।
रावण बहुत विद्वान और ज्ञानी व्यक्ति था- प्रेम
इतना ही नहीं बल्कि प्रेम सागर ने बताया कि उनके पिताजी ने श्रीराम को भगवान की ही तरह समझा। कई ग्रंथों को पढ़ने के बाद उन्होंने इसमें छोटे-मोटे बदलाव किए, लेकिन कभी भी तथ्यों से छेड़छाड़ करने की कोशिश नहीं की। आदिपुरुष में रावण का किरदार निभा रहे सैफ अली खान के डार्क लुक से भी प्रेम सागर खुश नहीं हैं। इस पर उनका कहना है कि- रावण बहुत विद्वान और ज्ञानी व्यक्ति था और उसे खलनायक के रूप में दिखाना सही नहीं हो सकता।
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लक्ष्मण को रावण के चरणों में जाने और उससे सीखने के लिए भेजा- प्रेम सागर
इसके साथ ही प्रेम सागर ने बताया कि ग्रंथों के अनुसार, रावण ने जो भी किया वो इसलिए क्योंकि उसे पता था कि उसे भगवान राम के हाथों ही मोक्ष प्राप्त हो सकता है। शास्त्रों में यह भी लिखा है कि भगवान राम स्वयं रावण को बड़ा विद्वान मानते थे। जब रावण मरने वाला था, तब भगवान राम ने अपने छोटे भाई लक्ष्मण को रावण के चरणों में जाने और उससे सीखने के लिए भेजा।
रावण को खूंखार खलनायक के रूप में पेश नहीं कर सकते- प्रेम सागर
इतना ही नहीं बल्कि इस संबंध में प्रेम सागर ने कहा कि- “रावण की स्थिति ही ऐसी थी कि उसे अनुचित करना पड़ा। आप क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर रावण को खूंखार खलनायक के रूप में पेश नहीं कर सकते।” साथ ही प्रेम सागर ने कहा कि- रामायण को कृत्तिवासी और एकनाथ सहित कई लोगों ने लिखा लेकिन कभी भी इसके तथ्य नहीं बदले।
85 साल तक ऐसी रामायण कोई नहीं बना पाएगा- प्रेम सागर
केवल रंग और भाषा बदली गई थी, लेकिन ‘आदिपुरुष’ में सारे तथ्य बदल गए हैं। रामायण पर वेब सीरीज या फिल्म बनाने के सवाल पर प्रेम सागर ने कहा कि ‘पिता जी ने कहा था कि 85 साल तक ऐसी रामायण कोई नहीं बना पाएगा और उन्होंने लोगों को मर्यादा पुरुषोत्तम की कहानी सुनाई और चले गए।”