बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस रेखा की फिल्म उमराव जान एंटरटेनमेंट लवर्स के दिलों में बसी हुई है। साल 1981 में रिलीज हुई इस फिल्म ने रेखा को नेशनल अवॉर्ड का विजेता बनाया। इसके साथ ही फिल्म उमराव जान को हिंदी सिनेमा की सबसे आइकॉनिक फिल्मों में से एक माना जाता है। अब इस फिल्म के रिलीज के 44 सालों बाद, 27 जून 2025 को 4K क्वालिटी में सिनेमाघरों में री रिलीज होने जा रही है। इस सुनहरे मौके पर आइए जानते हैं उमराव जान की कहानी, इस फिल्म में रेखा के आइकॉनिक किरदार की खासियत और फिल्म से जुड़ी कुछ अनसुनी बातों के बारे में।
उमराव जान कौन थीं?
फिल्म उमराव जान, मिर्जा हादी रुसवा की साल 1899 में पब्लिश हुई उपन्यास उमराव जान पर बेस्ड है। फिल्म की कहानी 19वीं सदी की एक डांसर अमीरन की है। इन्हें बचपन में एक करप्ट पुलिस ऑफिसर उनके पिता से बदला लेने के चक्कर में लखनऊ के कोठे पर बेच देता है। कोठे पर उसे को शायरी, डांस और डांसर की कला सिखाई जाती है। कुछ समय बाद वह अमीरन से उमराव जान बन जाती है। उमराव जान की सुंदरता, नजाकत और उनकी अदाएं वहां पर आए मर्दों के दिलों पर राज करने लगती हैं। लेकिन उनकी खुद की जिंदगी में प्यार, दर्द और तन्हाई समय के साथ घेरा बना लेती है। फिल्म उमराव जान में एक्ट्रेस रेखा ने अपने किरदार के बड़े ही सलीके से सफाई के साथ निभाया। एक्ट्रेस की धांसू एक्टिंग की वजह से आज भी लोग उन्हें उमराव जान के चेहरे से जोड़ते हैं और उनके बेहतरीन किरदार को कनेक्ट कर पाते हैं।
रेखा को उमराव जान में क्यों चुना गया?
रेखा को फिल्म उमराव जान में डायरेक्टर मुजफ्फर अली ने सोच-समझकर चुना था। एक्ट्रेस की सुंदरता, नजाकत और एक्टिंग इस किरदार को निभाने के लिए परफेक्ट बैठ रही थी। रेखा की खूबसूरत आंखें और उनकी मस्ती, उनके ठहराव भरी नजाकत और उनकी आवाज ने उमराव जान को एक बार फिर से जीवित कर दिया था। बता दें कि मुजफ्फर अली की बुक ‘रेखा: द अनटोल्ड स्टोरी’ में बताया गया है कि रेखा की जिंदगी के रहस्यमयी पहलू और उनकी गहरी भावनाओं ने उमराव के किरदार में गहरी छाप छोड़ी। इसके साथ ही बता दें कि रेखा ने फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ते ही खुद महसूस किया था कि उमराव का किरदार उनके ही निभाना चाहिए, इसमें वह बेहतर कर सकती हैं। इस बात को एक्ट्रेस ने साबित भी कर दिखाया, रेखा ने उमराव के किरदार को इतनी शिद्दत से निभाया कि दर्शकों को लगने लगा कि मानो रेखा ही उमराव हैं।
रेखा ने बीबीसी के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि उन्होंने फिल्म उमराव जान में कुछ खास काम किया है। इसके साथ उन्होंने कहा था कि वह खुद को नेशनल अवॉर्ड का हकदार भी नहीं मानती हैं। लेकिन उनकी सिंपलीसिटी और एक्टिंग ने न सिर्फ दर्शकों को बल्कि उन्हें अवॉर्ड के काबिल भी बनाया।
रेखा को उमराव जान में किरदार निभाने का कैसे मिला मौका?
फिल्म उमराव जान में रेखा को लीड रोल में चुनने के पीछे दिलचस्प कहानी जुड़ी हुई है। दरअसल, जब उन्होंने फिल्म की कहानी सुनी थी तब वह इतनी ज्यादा एक्साइटेड हो गई थीं कि उन्होंने बिना फीस लिए ही फिल्म में काम करने का फैसला ले लिया था। इसके साथ ही डायरेक्टर मुजफ्फर अली ने भी रेखा को बता दिया था कि वह इस फिल्म के लिए उन्हें फीस नहीं दे पाएंगे लेकिन इस फिल्म से उन्हें काफी ख्याति मिलेगी और वह फेमस हो जाएंगी। एक्ट्रेस ने इस चैलेंज को एक्सेप्ट कर लिया और अपनी बेहतरीन एक्टिंग से उमराव जान के किरदार को अमर बना दिया। खास बात ये भी थी कि इस फिल्म के लिए रेखा ने कोई भी खास ट्रेनिंग को नहीं लिया था, खासकर उर्दू की, जो इस किरदार के लिए सबसे जरूरी थी।
View this post on Instagram
रेखा की फिल्म उमराव जान की 5 अनसुनी बातें-
बजट और शाही परिवार: इस फिल्म के बनाने में बजट सबसे बड़ी अड़चन बनकर उभरा था। यह फिल्म लगभग फ्लॉप ही होने वाली थी, लेकिन लखनऊ के शाही परिवार ने इस बाल-बाल बचा लिया। फिल्म में यूज हुए गहने और कपड़े लखनऊ के नवाबी घरानों से लिए गए थे। शाही परिवार की चीजों को यूज करने के बाद फिल्म में चार- चांद लग गए जिसने इसे प्रमाणिक बनाया।
रेखा की फीस: फिल्म उमराव जान के लिए रेखा ने एक भी रुपए नहीं लिए थे। अपनी मां के कहने पर और फिल्म की कहानी से प्रभावित होकर एक्ट्रेस ने फिल्म में बेहतरीन एक्टिंग की। कुछ भी फीस न लेने के वाबजूद भी इस फिल्म ने उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिलाया।
शूटिंग में आई चुनौतियां: इस फिल्म की शूटिंग में काफी चुनौतियां सामने आई थीं। लखनऊ में एक रोमांटिक सीन शूट होने के दौरान रेखा को देखने के लिए इतनी भीड़ इकट्ठा हो गई थी कि वहां मौजूद लोगों ने बंदूकें तक निकाल ली थीं। माहौल काफी ज्यादा बेकाबू हो गया था जिससे मेकर्स को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
फिल्म का म्यूजिक: फिल्म का म्यूजिक काफी बेहतरीन रहा गाने जैसे ‘इन आंखों की मस्ती’ और ‘दिल चीज क्या है’ तो आज 44 साल बाद भी एवरग्रीन ही माने जाते हैं। सिंगर खय्याम और आशा भोसले को भी इस फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। रेखा ने खय्याम को अपनी पहचान का श्रेय देते हुए कहा था कि उनके बिना वह उमराव जान नहीं बन पातीं।
कॉफी टेबल बुक लॉन्च: 44 सालों बाद रेखा की फिल्म उमराव जान री रिलीज हो रही है। इसके साथ ही एक खास कॉफी टेबल बुक भी लॉन्च की जाएगी। इसमें फिल्म की अनदेखी फोटोज, कॉस्टयूम डिजाइन्स, सेट और शायरी से जुड़ी यादे शामिल रहेंगी। यह बुक दर्शकों को पीछे की कहानी से रूबरू कराएगी।
फिल्म उमराव जान ने जीते 4 नेशनल अवॉर्ड्स
फिल्म उमराव जान में न सिर्फ रेखा को सबसे बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड दिलाया बल्कि फिल्म ने भी कुल 4 नेशनल अवॉर्ड जीते। इनमें खय्याम को बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन का अवॉर्ड दिलाया। आशा भोसले को बेस्ट प्लेबैक सिंगर और मंजूर को बेस्ट आर्ट डायरेक्शन के लिए अवॉर्ड दिलाया। यह फिल्म अपनी बेहतरीन कहानी, म्यूजिक, बेस्ट सीन्स और एक्टिंग के लिए आज भी जानी जाती है।
44 सालों बाद फिल्म क री रिलीज का इंतजार
27 जून 2025 को फिल्म उमराव जान को 4K क्वालिटी में री रिलीज किया जाएगा। बता दें कि नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया (NFAI ) और नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NFDC) ने मिलकर फिल्म को रिवाइव किया है। पीवीआर-आईनॉक्स ने फिल्म के री रिलीज की अनाउंसमेंट करते हुए कहा, ‘नजाकत, मोहब्बत और एवरग्रीन म्यूजिक फिर से आपके लिए लेकर आ रहे हैं।’
यह भी पढ़ें: 9 साल से लापता हैं ‘मुन्ना भाई MBBS’ एक्टर, मां आज भी दरवाजे पर करती हैं इंतजार