THUG LIFE REVIEW/ ASHWANI KUMAR: 38 साल बाद जब कमल हासन और मणिरत्नम जैसे दो पॉवर हाउस स्टोरी टेलर एक दूसरे के साथ जुड़े हैं, तो आप क्या उम्मीद करते हैं, कि क्या सामने आएगा? ठग लाइफ, अब तक आपने मणिरत्नम की जो फिल्में देखी और हैं, उनसे अलग है। कमल हासन की जो फिल्में देखी हैं, उनसे अलग है। और सच कहें तो कमल हासन ने पैन इंडिया फिल्म का मतलब समझाया है, जहां इंडिया की हर फिल्म इंडस्ट्री के कमाल के एक्टर्स-टेक्नीशियन्स को ठग लाइफ से जोड़ दिया और इसका जबरदस्त प्रमोशन भी किया।
यह भी पढ़ें: शादी के बाद पहली बार दिखीं Hina Khan, फ्लॉन्ट की हाथों की मेहंदी
फिर भी ठग लाइफ के रिव्यूज, जो फिल्म के पहले शो के ओपेन होने से बहुत से पहले से सोशल मीडिया पर आने लगे और कमल हासन की इस फिल्म को जबरदस्ती रिव्यूज के मामले में टारगेट किया जाने लगा, तो समझ लीजिए कि ये फिल्म की कहानी और प्रेजेंटेशन की बातें नहीं कर रहे हैं, बल्कि एक सेक्शन ऑफ लैग्वेंज को लेकर, जो कमल हासन ने कमेंट किया और उस पर पॉलिटिक्स से लेकर, लीगल केस तक का ड्रामा चल रहा है, उसके बाद ये ठग लाइफ से ठगी करने वालों का इन-डायरेक्ट अटैक है।
कैसी है फिल्म ‘ठग लाइफ’?
वैसे भी गैंगस्टर टाइप फिल्मों को लेकर, पिछले तीन-चार साल में हमारे लिए जो टेस्ट सेट किया गया है, उसमें डायलॉगबाजी, स्लो मो मुवमेंट, हैवी वीएफएक्स, और एक्शनबाजी को ही ऑडियंस के लिए मीटर की तरह सेट कर दिया गया है। जबकि गैंगस्टर स्टोरीज इससे बिल्कुल अलग होती हैं। गॉड फादर को स्केल बनाकर सेट की गई, ठग लाइफ की स्टोरी – रियलिस्टिक, टाइम लाइन के हिसाब से चलने वाली, और रिलेशनशिप को एक्सप्लोर करने वाली है, जिसमें बुरा शख्स सिर्फ बुरा नहीं है, अच्छा भी है और ये बैलेंस लगाकर एक-दूसरे की ओर झुकता है, जो ठग लाइफ की सबसे बड़ी खासियत है।
‘ठग लाइफ’ की कहानी
अब बात करते हैं कि फिल्म की कहानी की। तो इसकी शुरुआत साल 1994 में दिल्ली से होती है, जहां एक गैंगस्टर रंगराया शक्तिवेल नायकर से सुलह करने के लिए एक और गैंगस्टर सदानंद आता है। लेकिन सदानंद के हर दांव में धोखा है, इस मुलाकात के बहाने संदानंद शक्तिवेल की लोकेशन की टिप पुलिस को दे देता है। पुलिस के एनकाउंटर आपरेशन से रंगराया शक्तिवेल, एक छोटे बच्चे आमरन को अपनी ढाल बनाकर वहां से निकलता है, जिसकी बहन इस शूट आउट के दौरान मिसिंग हो जाती है और शक्तिवेल के गैंग की ही गोली से उसके पापा की मौत हो जाती है। शक्तिवेल आमरन को अपनाता है और उससे वादा करता है कि एक दिन वो उसकी बहन चंद्रा को खोजकर जरूर उससे मिलवाएगा। 22 साल बाद रंगराया शक्तिवेल नायकन, अपने गैंग की कमान आमरन को सौंपता है। शक्तिवेल का ये फैसला पूरे गैंग और उसकी फैमिली को नागवार गुजरता है और उसके बाद शुरु होती है एक खूनी साजिश…
डायरेक्शन और म्यूजिक
2 घंटे 45 मिनट की ठग लाइफ में डायरेक्टर मणिरत्नम हैं, जिन्होंने इस कहानी को कमल हासन के साथ ही मिलकर लिखा है। वो इस शक्तिवेल के परिवार, उसके वफ़ादार और गद्दार के बीच की कहानियां तलाशते हैं। इंद्राणी के साथ शक्तिराया के साथ संबंध का ताना-बाना बुनते हैं। उसकी बीवी जीवा के साथ उसके रिश्ते की मजबूती को दिखाते हैं। और बताते हैं कि शक्तिवेल में लाख बुराई सही, लेकिन वो अपने परिवार को प्यार करता है। शुरुआत से क्लाइमेक्स तक फिल्म बेहतरीन है, और क्लाइमेक्स में रंगाराया शक्तिवेल और आमरन के बीच, दिल्ली के निजामुद्दीन के बैकड्राप पर एक छत पर हुई फाइट तक स्टाइल भी है, और रियलिज्म भी।
दो जगहों पर स्लो हुई फिल्म
हां कहानी, दो मौकों पर स्लो होती है, जब कैलाश पर्वत के करीब, अपनों के धोखे का शिकार हुए – रंगराया शक्तिवेल को बौद्ध भिझुओं से बचाने की कहानी को सिर्फ नरेशन में समझा दिया जाता है, तो वो अटपटा लगता है। और जब आमरन, गोवा में समंदर के किनारे इंद्राणी से अपना प्यार जताने के लिए जो डायलॉग सेक्वेंस है, वो पूरी तरह से गैर जरूरी। रवि के चंद्रन की सिनेमैटोग्राफी बेहतरीन है, ए.आर.रहमान का बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है। शुगर बेबी और जिंगुचा को फिल्म में छोटा कर दिया गया है, ताकि कहानी पर ज़्यादा फोकस हो। फिल्म की शुरुआत में कमल हासन के नौजवान वर्जन को दिखाने वाला मेकअप और VFX, एक्ट्राऑर्डिनरी है।
कमल हासन ने दिखाई गजब एक्टिंग
रंगराया शक्तिवेल के किरदार में कमल हासन ने फिर से साबित किया है, कि इंडियन सिनेमा में वो अदाकारी के मामले वो एक ऐसे आइकन है, जिनकी रौशनी ही किसी फिल्म को स्केल को उठाने के लिए काफ़ी है। इमोशनल सीन्स में आप उनसे जुड़ते हैं, जब वो प्यार जताते हैं, तो आप मुस्कुराते हैं, और एंग्रेशन के साथ एक्शन में तो उनका कोई सानी ही नहीं है। आमरन बने Silambarasan यानि STR नॉर्थ इंडिया की ऑडियंस के लिए एक सरप्राइज पैकेट की तरह हैं, जब वो कमल हासन से टकराते हैं, तो आपको लगता है कि क्या पॉवरहाउस परफॉर्मर है। इंद्राणी बनी त्रिशा कृष्णन कमाल लगी हैं, कमल हासन के साथ उनकी केमिस्ट्री लाजवाब है। मानिकम बने नासर ने भी बेहतरीन काम किया है। जीवा के किरदार में अभिरामी बेहतरीन हैं। सदानंद बने महेश मांजरेकर, चंद्रा बनी ऐश्वर्या लक्ष्मी, दीपक बने अली फज़ल, रणविजय यादव के कैरेक्टर में रोहित सर्राफ़ का काम भी बेहद शानदार है। राजश्री देशपांडे और सान्या मल्होत्रा का बहुत छोटा है, जो ज्यादा असर नहीं छोड़ता।
क्यों देखनी चाहिए फिल्म?
अगर आप KGF, सालार टाइप के गैंगस्टर फिल्मों से अलग, सही मायनों में एक रियलिस्टिक गैंगस्टर ड्रामा देखना चाहते हैं, तो ठग लाइफ मिस मत कीजिएगा? इसमें एलेवेशन सीन्स और स्लो मो इफेक्ट भले ही यूज ना किया गया हो, लेकिन मणिरत्नम और कमल हासन आपको देसी गॉड फादर वाली दुनिया में जरूर ले जाएंगे।
ठग लाइफ को 3.5 स्टार
यह भी पढ़ें: दिग्गज फिल्म निर्माता Vinod Chhabra का निधन, जानें कब होगा अंतिम संस्कार