Smita Patil death anniversary: दिवंगत अभिनेत्री स्मिता पाटिल की 39वीं पुण्यतिथि पर उनके पति राज बब्बर काफी भावुक नजर आए. उन्होंने अपनी पत्नी को याद करते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुकता भरा पोस्ट लिखा. राज बब्बर ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए इस बात का अफसोस जताया कि वो उन्हें बहुत जल्दी छोड़कर चली गईं. बता दें कि स्मिता पाटिल का निधन 1986 में हुआ था. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए स्मिता पाटिल की महानता और प्रतिभा के बारे में भी बताया. स्मिता पाटिल को पैरलर सिनेमा की सबसे बड़ी अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है.
इंस्टाग्राम पर लिखा लिखा पोस्ट
अपनी दिवंगत पत्नी को याद करते हुए राज बब्बर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाला और लिखा, “स्मिता पाटिल को एक सच्ची महान अभिनेत्री बनाने वाली खूबी वही थी, जो पर्दे के बाहर भी उनकी पहचान थी. वे असाधारण रूप से प्रतिभाशाली थीं. उनकी गहरी सहानुभूति ने आम लोगों के संघर्षों को जीवंत कर दिया और साधारण कहानियों को न्याय के लिए भावपूर्ण गीतों में बदल दिया. उन्होंने हमें बहुत कम समय के लिए अपनी कला का परिचय दिया, फिर भी अनगिनत दिलों में उनकी छाप आज भी महसूस होती है.” राज बब्बर ने अपना दर्द बयां करते हुए आगे लिखा, “आपने हमें आपको जानने का बहुत कम समय दिया. यह रहस्य हमेशा अनसुलझा ही रहेगा. स्मिता को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए.”
31 साल की उम्र में हो गया था निधन
स्मिता पाटिल की 39वीं पुण्यतिथि पर उनके पति राज बब्बर काफी भावुक दिखे. बता दें कि स्सी के दशक में सिनेमा में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए स्मिता पाटिल हमेशा याद की जाती हैं. राज बब्बर की एक्ट्रेस से शादी 1983 में हुई थी. वहीं अपने बेटे प्रतीक को जन्म देने के कुछ हफ्ते बाद ही 1986 में उनकी मौत हो गई. बता दें कि महज 31 साल की उम्र में ही स्मिता पाटिल का निधन हो गया था. उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्रील से सम्मानित किया गया था.
फिल्मों के लिए मिले राष्ट्रीय पुरस्कार
स्मिता पाटिल को पैरलर सिनेमा की सबसे बेहतरीन एक्ट्रेसेस में से एक माना जाता है. उन्होंने ‘मंथन’, ‘भूमिका’, ‘सूत्रधार’, ‘अनोखा रिश्ता’, ‘आखिर क्यों’, ‘कयामत’, ‘कसम पैदा करने वाली की’, ‘अमृत’, ‘अर्थ’ ‘बाजार’, ‘मिर्च मसाला’, ‘मेरा घर मेरे बच्चे’, ‘डांस डांस’, ‘अर्द्ध सत्य’, और ‘नमक हलाल’ जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग से लोगों के दिलों में जगह बनाई. इन्हीं फिल्मों के चलते उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार और पद्मश्री सम्मान मिला.