Panchayat 4 X Review: ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो की मच-अवेटेड सीरीज पंचायत सीजन 4 स्ट्रीम हो गई है। कॉमेडी सीरीज पंचायत 4 का फैंस को बेसब्री से इंतजार था और अब आखिरकार इंतजार खत्म हो गया है। जितेंद्र कुमार और नीना गुप्ता जैसे दमदार स्टारकास्ट के साथ सजी इस सीरीज के तीन सीजन सुपरहिट रहे हैं और अब चौथा सीजन आ गया है। पंचायत 4 के आते ही सोशल मीडिया पर लोग अपने रिएक्शन देने लगे हैं, आइए जानते हैं कि पंचायत सीजन 4 देखने के बाद पब्लिक का क्या कहना है।
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आ गया पंचायत का सीजन 4
अमेजन प्राइम वीडियो की सीरीज पंचायत सीजन 4 के 8 एपिसोड आ गए हैं, फुलेरा गांव की कहानी अब काफी आगे बढ़ गई है। चंदन कुमार और दीपक कुमार मिश्रा की बनाई इस सीरीज में दिखाई गांव की कहानी अब काफी आगे बढ़ गई है और इस सीजन में फुलेरा में राजनीतिक रंग देखने को मिला है। सचिव जी और रिंकी की प्रेम कहानी के साथ-साथ फुलेरा में चुनाव को दिखाया गया है। सीरीज को देखने के बाद लोगों को पंचायत को मिला-जुला रिएक्शन मिल रहा है।
पब्लिक का कैसा है रिएक्शन
पंचायत सीजन 4 को देखने के बाद सोशल मीडिया पर लोग अपने रिएक्शन दे रहे हैं, मगर इस बार कुछ लोगों को सीरीज में पुरानी वाली बात नहीं दिखी है। एक यूजर ने कमेंट कर लिखा, ‘पंचायत सीजन 4 ने अपना कॉमिक चार्म खो दिया है और राजनीति की और झुकाव ज्यादा है। जबकि इमोशनल पल अच्छे हैं, लेकिन सिग्नेचर ह्यूमर गायब है। कुछ बेहतरीन सीन थे, लेकिन कुल मिलाकर ये घिसा-पिटा लगा और इसमें स्पार्क की कमी थी। संभावना थी, लेकिन कमजोर।’
दूसरे यूजर ने लिखा, ‘पंचायत सीजन 4 सिर्फ एक शो नहीं है, ये सिनेमा की एक संस्था है। कहानी कहने, स्टोरीलाइन लिखने और इमोशन का एक मास्टरक्लास ये आपको हंसाता है, ये आपको रुलाता है, हर फ्रेम बोलता है। कुछ जीत खुशी नहीं लाती हैं कुछ जीत हार से ज्यादा दुख देती हैं ये सच है। यही पंचायत है।’
तीसरे यूजर ने बोला, ‘ये सीजन पंचायत चुनाव और उसके इर्द-गिर्द की राजनीति पर केंद्रित है। दमदार अभिनय और इमोशनल कहानी के साथ कैरेक्टर ग्रोथ और प्यार , लेकिन पहले की तुलना में कम कॉमेडी। शो देखने लायक है।’
एक और यूजर ने बोला, ‘मैंने हाल ही में पंचायत का सीज़न 4 देखा, और ये पिछले तीन सीजन जैसा इम्पेक्ट नहीं छोड़ पाया। ऐसा लगा कि एक्टिंग, स्टोरीलाइन और डायरेक्शन में कुछ बदलाव हुए हैं, और पहले के सीजन की सादगी गायब है।’
Panchayat Season 4 lost its comic charm & leaned too much into politics.
While emotional moments were decent, the signature humor was missing.
A few standout scenes, but overall it felt dragged and lacked spark. Had potential, but underwhelming.#panchayatseason4 pic.twitter.com/FG7ZsLlFoR
— Sunny (@sunny07st) June 24, 2025
.#PanchayatSeason4 is not just a show it’s an institution of cinema.
A masterclass in storytelling, screenplay & emotion
It makes you laugh, it makes you cry every frame speaks.Some victories don’t bring joy
Some victories hurt more than defeats
That’s real. That’s #Panchayat pic.twitter.com/YT5fiRmVBu— Kushagra Saxena🇮🇳 (@KushagraSaxena_) June 24, 2025
Panchayat – Season 4 Review
[ 4.5 / 5 ⭐ ]This season focuses on the Panchayat elections and the politics surrounding it.
Strong performances and emotional storylines with character development and subtle love, but less comedy than before.
Definitely Must- Watch Show 👍 pic.twitter.com/c7a0XI8Ih1
— The Cinediction (@TheCinediction) June 24, 2025
चुनावी रंग में डूबा फुलेरा
शो की शुरुआत धीमी होती है, लेकिन फिर धीरे-धीरे कहानी रफ्तार पकड़ लेती है। इस सीजन में बनराकस और उसके साथियों ने प्रधानजी और उनकी टीम के लोगों की नाक में दम किया हुआ है। मंजू देवी और क्रांति देवी के बीच चुनावी जंग काफी बढ़िया है और इसे देखने के में मजा भी आता है। लेकिन कुछ जगह पर आपको बोरियत होती है, इस बार कहानी में सिर्फ चुनाव की गरमा-गर्मी ही देखने को मिली है। दर्शक जिसका सबसे ज्यादा इंतजार कर रहे थे, वो था रिंकी और सचिव जी के रोमांस का, मगर उनके प्रेम की गाड़ी बस एक कदम ही आगे ही बढ़ पाई है और रोमांस तो नहीं दिखा है।
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