Stolen Movie Review: बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बनर्जी एक दिल दहला देने वाली कहानी लेकर ओटीटी की दुनिया पर वापस लौटे हैं। बड़े सितारों, गानों या मसाले के बिना सिर्फ दमदार कहानी और कड़वी हकीकत के सहारे बनी ये फिल्म दो साल तक दुनिया भर के फेस्टिवल्स में तारीफें बटोरती रही। अब जाकर अमेजन प्राइम वीडियो के जरिए दर्शकों के सामने आई है। अगर ओटीटी प्लेटफॉर्म न होते, तो ‘स्टोलन’ जैसी शानदार और रियलिस्टिक फिल्म हम तक पहुंच ही नहीं पाती। वहीं इसका पहला रिव्यू भी सामने आ गया है तो आइए जानते हैं इस मूवी की कहानी कैसी है और ये देखने लायक है या नहीं?
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मूवी की कहानी
कहानी की बात करें तो ये एक साधारण रेलवे स्टेशन से शुरू होती है, जहां गौतम बंसल (अभिषेक बनर्जी) अपने छोटे भाई रमण (शुभम वरधान) को लेने आया है। उनकी मां की शादी है और दोनों बेटों का पार्टी में होना जरूरी है। लेकिन तभी स्टेशन पर एक महिला झुम्पा (मिया मायलेजर) की 5 महीने की बच्ची चोरी हो जाती है। गौतम इस मुसीबत से बच निकलने की सोचता है, जबकि रमण उसकी मदद करना चाहता है।
समाज का आईना दिखाती मूवी
इस छोटी सी घटना से जो सिलसिला शुरू होता है वो कई सवाल खड़े करता है। हम मुसीबत में फंसे अनजान लोगों की मदद करने से क्यों डरते हैं? क्या किसी की मदद के लिए उसकी सच्चाई पर भरोसा करना जरूरी है? फिल्म बार-बार आपको जज करने पर मजबूर करेगी। झुम्पा झूठ बोल रही है या सच? क्या बच्ची मिल पाएगी? इसी के ऊपर पूरी मूवी की कहानी है। इसे जानने के लिए आपको प्राइम पर इसे देखना पड़ेगा।
डायरेक्शन
वहीं दूसरी ओर डायरेक्टर करण तेजपाल ने इसे गौरव धींगड़ा और स्वप्निल साल्कर के साथ मिलकर लिखा है। ईशान घोष की सिनेमैटोग्राफी स्टोलेन को एक बेहतरीन विजुअल अनुभव बनाती है। साथ ही श्रेयष बेल्टैगंडी की एडिटिंग इसे टाइट और थ्रिलिंग बनाए रखती है।
एक्टिंग
अभिषेक बनर्जी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वो सिर्फ कॉमिक रोल्स तक सीमित नहीं हैं। उनका किरदार प्रैक्टिकल लेकिन धीरे-धीरे बदलता हुआ नजर आता है। मिया मायलेजर ने झुम्पा के किरदार को कमाल से जिया है। कभी टूटती हुई मां, तो कभी रहस्यमयी महिला। शुभम वरधान और हरीश खन्ना भी छोटी भूमिकाओं में प्रभाव छोड़ते नजर आए।
फाइनल वर्डिक्ट
स्टोलेन ये दिखाती है कि बिना बड़ी कास्ट, भव्य सेट या हाई-एंड वीएफएक्स के भी इंटरनेशनल लेवल की कहानियां कही जा सकती हैं। ये फिल्म कम समय में बहुत कुछ कह जाती है और इसके साथ-साथ बेचैनी बढ़ाती है, सवाल पूछती है और सोचने पर मजबूर करती है। इस वीकेंड अगर कुछ अच्छा और असरदार देखना है तो स्टोलेन जरूर देखें। हम इसे 4 स्टार देंगे।
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