रविवार को पुडुचेरी में जानी-मानी मॉडल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सैन रेचल गांधी ने आत्महत्या कर ली। वह सिर्फ 26 साल की थीं। सैन रेचल ने हमेशा इस बात की वकालत की कि शरीर के आकार या त्वचा के रंग की परवाह किए बिना हर किसी को मौके मिलने चाहिए। उन्होंने मॉडलिंग और फिल्म इंडस्ट्री में रंगभेद के खिलाफ खुलकर अपनी बात रखी थी।
क्या हुआ था?
पुलिस के मुताबिक, सैन रेचल ने कई गोलियां खा लीं और उन्हें पहले एक सरकारी अस्पताल, फिर एक प्राइवेट अस्पताल और आखिर में JIPMER (जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा संस्थान) ले जाया गया, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। जांच में माना जा रहा है कि उन्होंने ये कदम पर्सनल और आर्थिक परेशानियों के चलते उठाया।
सैन रेचल कौन थीं?
सैन रेचल ने बहुत छोटी उम्र में मॉडलिंग शुरू कर दी थी। उन्होंने मिस डार्क क्वीन तमिलनाडु (2019), मिस बेस्ट एटीट्यूड (2019), क्वीन ऑफ मद्रास (2022) और मिस पांडिचेरी (2022) जैसे खिताब जीते थे। उनके इंस्टाग्राम पर 1.8 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स थे। वह एक पेजेंट कोच भी थीं। सोशल मीडिया पर और फैशन शो के जरिए उन्होंने सांवले रंग की मॉडल्स को बढ़ावा दिया और इस इंडस्ट्री में गोरे रंग के प्रति जुनून का विरोध किया।
सैन रेचल हमेशा यह कहती थीं कि समाज में रंगभेद खत्म होना चाहिए और सभी को समान मौके मिलने चाहिए। उन्होंने अपने विचारों और काम के जरिए लोगों का ध्यान इस ओर खींचा कि फैशन और फिल्म इंडस्ट्री में विविधता और सबको शामिल करना कितना जरूरी है।
क्यों की आत्महत्या?
खबरों के मुताबिक, सैन रेचल आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। मरने से कुछ घंटे पहले वह अपने पिता से पैसे मांगने गई थीं, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और कहा कि उन्हें अपने बेटे की जिम्मेदारी निभानी है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों में सैन रेचल ने अपने गहने बेचकर अपना करियर संभालने की कोशिश की थी, लेकिन मुश्किलें बढ़ती रहीं। उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें लिखा है कि उनकी मौत के लिए किसी को दोषी न ठहराया जाए।