ऑस्कर विजेता और ‘क्रेमर वर्सेज क्रेमर’ जैसी यादगार फिल्म बनाने वाले फिल्ममेकर रॉबर्ट बेंटन का निधन हो गया है। बता दें कि निर्माता-निर्देशक ने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविद कह दिया। हॉलीवुड की कहानियों को फिल्मी पर्दे पर उतारने वाल बेंटन का फिल्मी दुनिया में सफर करीब छह दशकों तक फैला रहा जिसमें उन्होंने कई ऐतिहासिक फिल्में दीं और तीन अकादमी पुरस्कार अपने नाम किए।
फेमस फिल्ममेकर रॉबर्ट बेंटन का निधन
ऑस्कर विजेता फेमस फिल्म निर्देशक रॉबर्ट बेंटन का निधन 92 वर्ष की आयु में हो गया। बेंटन के बेटे जॉन बेंटन ने जानकारी दी कि उनका निधन न्यूयॉर्क के मैनहटन स्थित घर में हुआ। उन्हें ‘क्रेमर वर्सेज क्रेमर’ के लेखक और निर्देशक के रूप में खास पहचान मिली। साल 1979 में आई इस फिल्म ने सबसे बेहतर फिल्म सहित पांच ऑस्कर अवॉर्ड भी जीते थे। फिल्म में डस्टिन हॉफमैन और मेरिल स्ट्रीप के रोल की खूब तारीफ की गई थी। साल 1967 में आई फिल्म ‘बोनी एंड क्लाइड’ जिसे बेंटन ने डेविड न्यूमैन के साथ लिखा था। इस फिल्म ने हॉलीवुड सिनेमा का देखने का नजरिया बदल दिया। वॉरेन बीटी और फेय डनवे का रोल निभाने वाली यह फिल्म 60 के दशक के कल्चर का प्रतीक बन गई थी।
बचपन से था फिल्मों का शौक
बेंटन का जन्म टेक्सास के वैक्साहाची में हुआ था। उन्हें फिल्मों का शौक अपने पिता से मिला था। उन्होंने टेक्सास यूनिवर्सिटी और कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की। शुरुआती करियर में वह एस्क्वायर मैगजीन में आर्ट डायरेक्टर थे। साल 1984 में आई फिल्म ‘प्लेसेस इन द हार्ट’ ने एक बार फिर बेंटन को ऑस्कर की दौड़ में ला खड़ा किया। यह फिल्म उनकी मां को श्रद्धांजलि के रूप में बनाई गई थी और उन्हें एक बार फिर बेस्ट स्क्रीनप्ले के लिए ऑस्कर मिला।
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करियर में रहा काफी उतार-चढ़ाव
अपने लंबे करियर में बेंटन को कई हिट और फ्लॉप फिल्मों का सामना करना पड़ा। ‘द ह्यूमन स्टेन’, ‘बिली बाथगेट’ और ‘ट्वाइलाइट’ जैसी फिल्में उम्मीदों पर खरी नहीं उतरीं, लेकिन ‘नोबडीज फूल’ जैसी फिल्मों से उन्होंने वापसी की और ऑस्कर नामांकन भी पाया। अपने जीवन के अंतिम वर्षों में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, “ऑस्कर समारोह में जब आप उन लोगों से मिलते हैं जिन्हें आपने बरसों बाद देखा हो, कुछ दोस्त, कुछ दुश्मन, कुछ करीबी, वही मेरा परिवार था। और मैंने अपना पूरा जीवन इसी परिवार को खोजने में बिताया।”
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