Sonakshi Sinha Talk About Intimate Scene In Heeramandi: सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) की अदाकारी जरा हटके है ये तो सभी मानते हैं। अब एक बार उन्होंने संजय लीला भंसाली की हीरामंडी से ये साबित भी कर दिया है कि एक्टिंग खून में होती है। जी हां, पूरी सीरीज में सोना ने सारी लाइमलाइट अपने नाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अपनी एक्टिंग से उन्होंने न सिर्फ दर्शकों को इंप्रेस किया बल्कि पूरी सीरीज को एंड तक देखने के लिए कहीं न कहीं मजबूर भी किया। वहीं उनके कुछ इंटीमेट सींस ने भी गदर मचा दिया।
सीरीज में सोनाक्षी ने अपनी नौकरानी के साथ भी इंटीमेट सींस देने से गुरेज नहीं किया है। जी हां उन्होंने पूरी सीरीज में धड़ल्ले से इंटीमेट सींस दिए हैं। अब एक्ट्रेस ने इन सींस के बारे में खुलकर बात की और नौकरानी के साथ इंटीमेट होने की वजह भी बताई। आइए जानते हैं कि वो मर्दों से क्यों इतनी दूर रहती थीं।
फरदीना का रोल कितना चैलेंजिंग था
आपने हीरामंडी तो देख ही ली होगी। इसमें कोई शक नहीं की फरदीना के किरदार ने सीरीज में जान डाल दी है। वो किसी एक रोल में बंधकर नहीं रही बल्कि अलग-अलग अंदाज से लोगों को एंटरटेन किया। एक्ट्रेस ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत में बताया कि शूटिंग से पहले ही संजय लीला भंसाली ने उन्हें बता दिया था कि फरदीना का किरदार एक जेंडर में बंधकर रहने वाला नहीं है।
वो पूरे हीरामंडी पर अपना अधिकार जमाना चाहती है। हीरामंडी के दौरान सभी खुलकर बात कर रहे थे। फरदीना का रोल एक चैलेंजिंग रोल था, जिसे निभाने के लिए एक्ट्रेस ने कड़ी मेहनत की। फरदीना की जिंदगी में ऐसा बहुत कुछ घटा था जिसने उसकी पूरी लाइफ को बदलकर रख दिया।
नौकरानी संग इंटीमेट सीन पर सोनाक्षी का खुलासा
सोनाक्षी ने बताया कि जब वो 9 साल की थी, तो मां को उनकी आंखों के सामने मार दिया गया। उन्हें एक नौ साल की उम्र में बेच दिया गया। यही वजह थी कि वो मर्दों से नफरत करने लगीं।
नौकरानी के साथ इंटीमेट होने के पीछे ये एक खास वजह रही, हालांकि उनके इस सीन को बहुत ज्यादा ओपनली नहीं दिखाया गया लेकिन ये कहना गलत न होगा कि चाहे जितना भी दिखाया हो उसने धमाल जरूर मचा दिया।
यह भी पढ़ें: Heeramandi में विदेशी पुलिसवाले के साथ समलैंगिक सीन पर ‘उस्ताद जी’ बोले-कैमरे के पीछे सब
इस सीन ने भी सीरीज में बढ़ा दिया था इंटरेस्ट
पूरी सीरीज में सोनाक्षी सिन्हा छाई रहीं। हालांकि उनका हर सीन शानदार था। लेकिन वो सीन जिसमें वो अपनी नथ उतराई के लिए बगावत कर देती हैं और कहती हैं जिसमें दम है वो रोक कर दिखाए वो खुले में अपनी नथ उतराई करेंगी।
अपने कहे कथन अनुसार वो करती भी कुछ ऐसा ही हैं और अगले दिन नथ उतराई का जश्न रखती हैं। हां वो बात अलग है कि मल्लिकाजान भी नहले पे दहला मारती हैं, और बिब्बो जान का आखिरी मुजरा भी उसी समय रखवा देती हैं। लेकिन फरदीना की आंखों में उस समय बदले को जो आग थी वो देखने लायक थी।