Bhojpuri Star Nirahua Defeat 5 Reason: भोजपुरी सिनेमा की दुनिया के कई सितारों का इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में जलवा देखने को मिला। जहां रवि किशन और मनोज तिवारी जैसे दिग्गज नेता-अभिनेता अपनी सीट बचा ले गए। वहीं, पवन सिंह पहली बार लोकसभा चुनाव में हार गए। पवन सिंह की तरह ही भोजपुरी सुपरस्टार निरहुआ उर्फ दिनेश लाल यादव को भी आजमगढ़ सीट से हार का स्वाद चढ़ना पड़ा। लोकसभा चुनाव में रिपोर्ट कार्ड आते ही कई फिल्म स्टार्स फूसी बम निकले है, जिनमें पवन सिंह के बाद बीजेपी के निरहुआ का नाम शामिल है।
आजमगढ़ से निरहुआ की हार (Bhojpuri Star Nirahua Defeat 5 Reason)
उत्तर प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीट आजमगढ़ से बीजेपी ने भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव ने हराया है। भोजपुरी गानों और फिल्मों से लोगों के बीच अपनी खास जगह बनाने वाले निरहुआ साल 2024 का चुनाव हार गए हैं। यह कोई छोटी मोटी हार नहीं है बल्कि पूरे 1 लाख 61 हजार वोटों से भोजपुरी एक्टर को मात मिली है। निरहुआ ने साल 2022 में उपचुनाव में धर्मेंद्र को हराया था, मगर इस बार वो अपनी सीट गंवा बैठें।
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चलिए बताते है कि भोजपुरी सुपरस्टार निरहुआ की हार के वो पांच कारण जिनकी वजह से लोगों ने उन्हें इस बार हार का मुंह दिखाया।
फैन तो मिले मगर वोटर नहीं
दिनेश लाल यादव को भोजपुरी इंडस्ट्री में निरहुआ कहकर पुकारा जाता है और उनकी जोड़ी एक्ट्रेस आम्रपाली दुबे के साथ लोगों को बहुत लुभाती है। ऐसे में पर्दे पर रोमांस करने वाले आम्रपाली और निरहुआ की जोड़ी को चुनाव प्रचार के दौरान देखने के लिए भारी संख्या में फैन रैली और जनसभा में पहुंचे रहे थे। निरहुआ के सपोर्ट में आम्रपाली दुबे, अक्षरा सिंह जैसी कई अभिनेत्रियां आजमगढ़ में प्रचार करती नजर आई थीं। निरहुआ और आम्रपाली को टीवी पर रोमांस करते तो लोगों ने बहुत देखा है और जब ये दोनों असल लाइफ में सामने आए। तो इन्हें देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लग गया। मगर मतदान की गिनती में साफ हो गया है कि वो भीड़ सिर्फ एक्टर के फैन थे, लेकिन उन्हें वोट देने वाले नहीं।
फिल्मों में बिजी रहे सांसदजी
राजनीति में आने के बाद भी निरहुआ का फिल्मी जगत से जुड़ाव कम नहीं हुआ है। वो अपनी फिल्मों और गानों की शूटिंग में ही बिजी रहते हैं। सोशल मीडिया पर उनके नए गाने आए दिन ट्रेंड करते रहते हैं और इस वजह से वो अभिनेता बनकर नेता वाले कामों से चूक गए। आम्रपाली दुबे के साथ निरहुआ की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर छपरफाड़ कमाई करती है और लोग इन दोनों की केमिस्ट्री को देखना भी पसंद करते है। मगर इस वजह से उन्हें वोट नहीं मिल पाए हैं, क्योंकि जनता सांसद के काम पर वोट देती है।
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जनता से दूरी बनी वजह (Bhojpuri Star Nirahua Defeat 5 Reason)
निरहुआ (Nirahua) ने साल 2022 में उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव को हराया था, मगर उसके बाद आजमगढ़ की जनता के बीच उन्हें कम ही देखा गया। भोजपुरी स्टार के स्टारडम पर नहीं बल्कि काम की कमी की वजह से लोगों ने उन्हें निकारा है। सांसद बनने के बाद निरहुआ ने आजमगढ़ की जनता के लिए ऐसा कुछ खास नहीं किया, जिसके दम पर वो चुनाव जीत पाते। वहीं, हारने के बाद समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव ने जमीनी स्तर पर लोगों को अपना बनाया। यही कारण की निरहुआ की जनता से दूरी उनके चुनाव में हार बड़ी वजह बनी है।
यूपी में मोदी लहर का ना चलना
दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ का आजमगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव 2024 के हारने की एक बड़ी वजह उत्तर प्रदेश में ही मोदी लहर का ना चलना भी है। सिर्फ निरहुआ ही नहीं बल्कि यूपी की कई सीटों पर मोदी लहर ना चलने का असर देखने को मिला है। अयोध्या जैसी सीट पर भी बीजेपी को हार मिली है।
राजनीतिक समझ की कमी
दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ की हार का कारण उनकी राजनीतिक समझ की कमी भी है। राजनीति में आए निरहुआ को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है और वो फिल्मों के साथ राजनीति कर रहे हैं। ऐसे में यूपी की हॉट सीटों में से एक आजमगढ़ में निरहुआ अपनी कम सियासी समझ के चलते हार गए हैं। निरहुआ को एक अभिनेता के तौर पर लोग काफी पसंद करते है, लेकिन राजनेता के तौर पर शायद वो लोगों को उतना इंप्रेस नहीं कर पाए हैं।
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