फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट ने हाल ही में बॉलीवुड फिल्मों की लगातार हो रही असफलताओं पर चिंता जताई है। बॉक्स ऑफिस पर लगातार फ्लॉप हो रहीं फिल्मों के बारे में बात की है। उन्होंने बताया है कि आखिर इंडस्ट्री में लगातार ऐसा क्यों देखने को मिल रहा है। डायरेक्टर ने बताया कि इंडस्ट्री को अब खुद को बदलने की जरूरत है ताकि दर्शकों का भरोसा फिर से जीता जा सके। आइए जानते हैं आखिर उन्होंने क्या बातें बताई हैं।
फिल्में फ्लॉप होने की बताई बड़ी वजह
एएनआई मीडिया से बातचीत करते हुए विक्रम भट्ट ने कहा कि बॉलीवुड के ज्यादातर फिल्ममेकर अब आम दर्शकों को ध्यान में रखकर फिल्में नहीं बना रहे। उन्होंने कहा, “हर कोई खास और क्लास फिल्मों की तरफ चला गया है, जबकि आम जनता की पसंद को नजरअंदाज कर दिया गया।”
डायरेक्टर ने साउथ सिनेमा की क्यों की बड़ाई?
विक्रम भट्ट ने साउथ इंडियन फिल्मों का उदाहरण दिया। वहीं साउथ इंडस्ट्री की तारीफ करते हुए कहा कि वहां अब भी बड़े पैमाने की फिल्में बनती हैं, जिनमें दर्शकों को सुपरहीरो, विलेन, मसाला और एंटरटेनमेंट सब कुछ मिलता है। उन्होंने कहा, “पुष्पा, कंतारा जैसी फिल्में इसलिए चलती हैं क्योंकि वे जनता के दिल से जुड़ी होती हैं।”
फिल्मों में किस चीज की बताई कमी
विक्रम भट्ट ने बताया कि फिल्म में ‘अत्यावश्यकता’ यानी देखने की तगड़ी वजह होना बेहद जरूरी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “मेरी फिल्म ‘तुमको मेरी कसम’ को अच्छे रिव्यूज मिले थे, लेकिन वो नहीं चली क्योंकि उसमें अत्यावश्यकता नहीं थी। हमें ऐसी फिल्में बनानी होंगी जिन्हें देखने के लिए लोग पहले दिन पहले शो का इंतजार करें।”
यह भी पढ़ें: आमिर खान नहीं तो कौन होगा बायोपिक ‘निकम’ का लीड एक्टर, सामने आया इस सुपरस्टार का नाम
स्टार कास्ट से ज्यादा कंटेंट पर ध्यान देने पर की बात
भट्ट ने कहा कि फिल्ममेकर को स्टार कास्ट के पीछे भागने के बजाय कहानी और कंटेंट पर फोकस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर डिजिटल और म्यूजिक कंपनियां अच्छे गानों और अच्छी स्क्रिप्ट पर ध्यान दें तो पूरी इंडस्ट्री में बदलाव आ सकता है। उन्होंने अपना सुझाव देते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को सिनेमा के आर्थिक ढांचे को भी बेहतर तरीके से समझना होगा, ताकि फिल्में ना सिर्फ अच्छी बनें, बल्कि मुनाफे का सौदा भी बन सकें।
यह भी पढ़ें: Dharmendra ने जब बहन के खातिर ठुकरा दी थी ये ब्लॉकबस्टर फिल्म, बिग बी की हो गई थी चांदी