Scoop Review: नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो चुकी हंसल मेहता की स्कूप एक सच्ची घटना पर बनी हुई सीरीज है। बस कुछ किरदारों के नाम बदल दें तो सीरीज में कुछ भी बदलाव नहीं किए गए हैं। ये सीरीज 2011 में 2011 में मुबई के सबसे बेहतरीन इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट जेडी यानि ज्योर्तिमय डे की एक शूट आउट में मौत हुई पर आधारित है। आइए जानते हैं इस सीरीज का रिव्यू-
जर्नलिस्ट की मौत के बाद शुरू हुई कहानी (Scoop Review)
अब बताते हैं आपको सीरीज की स्टोरी तो- ज्योर्तिमय डे को शूट करने की जिम्मेदारी अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने ली। पुलिस ने एक फोन कॉल इंटरसेप्ट किया, जिसमें छोटा राजन को ये कहते बताया गया कि मुंबई की ही एक और इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट जिग्ना वोरा ने उसे जेडी के खिलाफ़ भड़काया। पुलिस ने दावा किया कि जर्नलिस्ट जिग्ना ने ही जेडी के घर और बाइक की डिटेल्स, छोटा राजन से शेयर कीं। इस केस ने एक विच-हंट की शुरूआत कर दी, जिसमें जेडी की मौत के लिए ज़िम्मेदार शख़्स के खिलाफ़ सजा की मांग करने वाले पत्रकारों ने, जिग्ना वोरा के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया।
जिग्ना वोरा रातों-रात बन गईं हेडलाइ
बस फिर क्या था, कई सालों से जिस जर्नलिस्ट के काम की मिसालें दी जा रही थीं कुछ ही पलों में उसे क्रिमिनल घोषित कर दिया गया। इस खबर ने रातों-रात हेडलाइन्स की जगह ले ली। इसके बाद साढ़े 8 महीने, जिग्ना को जेल के अंदर बिताने पड़े, और बाहर उनके अंडरवर्ल्ड कनेक्शन और उनके कैरेक्टर का पोस्टमार्टम होता रहा। आखिरकार कोर्ट ने उन्हे बेल दी। 7 साल तक चले केस में पुलिस कोर्ट के सामने ऐसा कुछ भी पेश नहीं कर पाई, जो जिग्ना को छोटा राजन और क्राइम सिंडिकेट से कनेक्शन स्टैब्लिश कर पाए। एक तेज़-तर्रार क्राइम रिपोर्टर, जिसने अपनी काबिलियत के दम पर 7 साल में डिप्टी ब्यूरो चीफ़ की कुर्सी हासिल की, एक ही झटके में उससे सबुकछ छीन लिया गया वो भी बिना किसी सबूत के।
बता दें कि जिग्ना वोरा ने अपनी ये कहानी, किसी न्यूज़ रिपोर्ट में नहीं, बल्कि एक किताब बायकुला – माय डेज़ इन प्रिज़न में लिखी, जिसे म्रुनमयी लागू वायकुल और म्रिनत त्रिवेदी ने कहानी वेब सीरीज़ की कहानी की शक्ल दी, और अनुसिंह चौधरी ने स्क्रीनप्ले लिखा।
ये भी पढ़ेंः आखिरकार इलियाना डिक्रूज ने दिखाई Boyfriend की झलक, रिंग देख फैंस के उड़ गए होश
कैरेक्टर्स ने फूंक दी जान
अब बात करें सीरीज के कैरेक्टर्स और उनकी एक्टिंग की तो सीरीज में अहम भूमिका निभाने वालीं करिश्मा तन्ना ने किरदार में अपनी जान फूंक दी है। उन्हें देखकर ये साबित हो गया कि उन्हें बस एक मौके की तलाश थी जो हंसल मेहता ने उन्हें दिया। वहीं दूसरी ओर न्यूज़ पेपर के एडिटर इमरान बने, मोहम्मद जिशान अयूब ने अपनी संजीदा अदाकारी से स्कूप का कद बढ़ा दिया है। बंगाल सुपरस्टार प्रोसेनजीत, एक छोटे से रोल – इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट डे के कैरेक्टर में जान डाल देते है। पुलिस ऑफिसर के कैरेक्टर में हरमन बवेजा आपको शॉक करते हैं। देवेन भोजानी और तनिष्ठा चैटर्जी भी पीछे नहीं रहे।