Aravind Swamy movies: फिल्म इंडस्ट्री में बहुत ही कम ऐसे स्टार्स होते है जिन्हें जल्द ही ऊंचा मुकाम मिल जाता है। मगर सिनेमा की दुनिया में जितनी जल्दी लोगों को स्टारडम मिलता है उतनी ही जल्दी वो चला भी जाता है। आज हम ऐसे ही एक सितारे के बारे में बताने वाले है जो एक समय पर सिनेमा की दुनिया का चमकता सितारा हुआ करता था लेकिन अचानक इंडस्ट्री इंडस्ट्री छोड़ वो करोड़पति बिजनेसमैन बन गया।
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मणिरत्नम की फिल्म से किया डेब्यू (Aravind Swamy movies)
सिनेमा की दुनिया के दिग्गज फिल्म निर्माता मणिरत्नम के साथ फिल्म करने के लिए एक्टर्स तरसते हैं लेकिन हम जिस अभिनेता की बात कर रहे हैं उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत ही मणिरत्न की फिल्म से की थी। इस एक्टर का नाम अरविंद स्वामी है जिन्होंने महज 20 साल की उम्र में मणिरत्नम की फिल्म थलापति से सिनेमा की दुनिया में कदम रखा था। इस फिल्म में उन्होंने महाभारत के अर्जुन से इंस्पायर्ड किरदार निभाया था।
रोजा ने दिलाई खास पहचान
मणिरत्नम के डायरेक्शन में बनी साल 1992 में आई रोजा और 1995 में रिलीज हुई मूवी बॉम्बे से अरविंद स्वामी को फिल्म इंडस्ट्री में खास पहचान दिलाई। इन दोनों ही फिल्मों में अरविंद की एक्टिंग को काफी पसंद किया गया था। इसके बाद साल 1997 में स्वामी ने फिल्म मिनसारा कनवु में एक्ट्रेस काजोल के साथ अभिनय किया। इस फिल्म में उनकी एक्टिंग को खूब तारीफें मिली। इतना ही नहीं उस साल फिल्म ने नेशनल अवॉर्ड भी जीता था।
तमिल सिनेमा के उभरते सितारे (Aravind Swamy movies)
साउथ में अपनी एक्टिंग का जादू चलाने के बाद अरविंद स्वामी ने साल 1998 में एक्ट्रेस जूही चावला के साथ फिल्म ‘सात रंग के सपने’ से बॉलीवुड डेब्यू किया। उस दौर में उन्हें ना सिर्फ तमिल सिनेमा के उभरते हुए सितारे के तौर पर देखा जाता है बल्कि रजनीकांत और कमल हासन जैसे सितारों के बाद कमान संभालने वाले अभिनेता के तौर पर भी देखा जाने लगा था। मगर अरविंद स्वामी का स्टारडम ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया।
स्टारडम का डाउनफॉल
अचानक अरविंद स्वामी की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर खराब प्रदर्शन करने लगी। इसी के चलते उनके हाथ से कई ऐसी फिल्में निकल गई जिनमें वो लीड एक्टर के रोल में थे। इन फिल्मों में ऐश्वर्या राय और अमिताभ बच्चन के साथ वो स्क्रीन स्पेस शेयर करने वाले थे। उनकी कुछ फिल्में तो प्रोडक्शन में ही लटकी रह गई। एक्टिंग करियर में गिरावट के बाद साल 2000 के बाद स्वामी ने सिनेमा की दुनिया को ही अलविदा कह दिया।
बिजनेस वर्ल्ड में रखा कदम
सिनेमा में अपने डाउनफॉल के बाद अरविंद स्वामी ने अपने पापा के बिजनेस को संभालने का फैसला किया। फिल्म इंडस्ट्री में बेशक उनकी किस्मत ने उनका साथ ना दिया हो लेकिन बिजनेस की दुनिया में उनकी एंट्री फायदेमंद रही। पेरोल प्रोसेसिंग और टेम्परेरी स्टाफिंग सर्विस देने वाली कंपनी टैलेंट मैक्सिमस की भारत में शुरुआत अरविंद ने ही की थी। स्वामी की लाइफ का ये बिजनेस अबतक का सबसे सक्सेसफुल एक्सपेरिमेंट साबित हुआ।
एक्टिंग में किया शानदार कमबैक
स्वामी अपनी इस कंपनी को एक्टिवली संभालते हैं और रिपोर्ट के मुताबिक, अरविंद की कंपनी ने साल 2022 में 3,300 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया था। लेकिन साल 2005 में अरविंद का एक्सीडेंट हो गया। इस दर्दनाक हादसे के बाद उनका एक पैर पैरालाइज हो गया था। इस एक्सीडेंट के बाद सालों तक उनका इलाज चलता रहा। साल 2013 में अरविंद स्वामी ने एक्टिंग वर्ल्ड में शानदार कमबैक किया। आज भी वो साउथ सिनेमा में अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीत रहे हैं।