Pankaj Udhas Death: आज हर एक गजल प्रेमी उदास है, क्योंकि हिंदुस्तान की सबसे मखमली आवाज़ आज हमेशा के लिए चुप हो गई है। 72 साल की उम्र में गजल सम्राट पंकज उधास ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। इस खबर की पुष्टि उनकी बेटी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दी है। अपने 36 साल के करियर में उन्होंने कई मास्टरपीस गाने और गजल दिए हैं। गजल को घर-घर में पहुंचाने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है, उन्होंने ही अमीरों की महफिल से निकालकर उसे आम इंसानों तक पहुंचाया था।
मखमली आवाज के बादशाह (Pankaj Udhas Death)
17 मई 1951 में राजकोट के जेटपुर में जन्मे पंकज उधास को उनके भाई से गाने का शौक लगा था। मंत्रमुग्ध करने वाली आवाज के मालिक पंकज के घर का माहौल की बचपन से संगीतमय था। उनके भाई मनहर उधास भी फेमस प्ले बैक सिंगर थे, पंकज ने पहली बार भाई के साथ ही स्टेज पर परफॉर्म किया था। अपनी मेहनत और लगन से वो संगीत की दुनिया के बादशाह बन गए।
‘गजल’ को दिलाई आजादी
पंकज उधास को संगीत की दुनिया का गजल सम्राट कहा जाता है, उन्होंने भले ही प्ले बैक सिंगिग से अपनी शुरूआत की थी। लेकिन उन्हें पहचान गजल ने दिलाई थी। हालांकि वो बात अलग है कि गजल को अमीरों की महफिल से निकालने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है। दरअसल, उस दौर में गजल के लिए कहा जाता था कि वो अमीरों का शौक है, लेकिन पंकज उधास ने ही उसे हर गली-चौराह और ऑटो रिक्शा तक पहुंचा था।
पंकज के एवरग्रीन सॉन्ग
पंकज उधास की एवरग्रीन गानों की लिस्ट तो बहुत लंबी है, लेकिन उनमें से कुछ गाने ऐसे है, जो आज भी हर महफिल की जान है। उनमें ‘एक तरफ उसका घर एक तरफ मयकदा’,‘हुई महंगी बहुत ही शराब’और ‘शराब चीज ही ऐसी है’जैसे गजलें शामिल हैं। एक समय ऐसा भी था जब वो संघर्ष करने के बाद कनाडा में शिफ्ट हो गए थे। साल 1980 में उन्होंने फिल्म आहट से अपने करियर की शुरुआत की थी।
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इस गजल ने बदली किस्मत
एक गजल ऐसी है जिसने उनकी किस्मत को रातोंरात बदल दिया था। जी हां हम बात कर रहे हैं ‘चिठ्ठी आई है’ की। फिल्म ‘नाम’ के गाने ‘चिठ्ठी आई है’ ने ही पंकज को संगीत की दुनिया का सरताज बनाया था। इस गजल ने ना सिर्फ पंकज को इंडस्ट्री में पहचान दिलाई बल्कि उन्हें शौहरत भी मिली।