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सुरों से दिल के तार छेड़ देती थीं Lata Mangeshkar, ताउम्र रहीं कुंवारी, जानें दीदी की संघर्ष भरी कहानी

Lata Mangeshkar Death Anniversary: स्वर कोकिला के नाम से फेमस लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की आज पुण्यतिथि है। अपने सुरों से दिल के तार झनझना देने वाली लता दीदी को इस दुनिया को अलविदा कहे 2 साल पूरे हो गए हैं। मगर अपने गानों से वो आज भी हमारे बीच जिंदा हैं, और हमेशा अमर […]

Lata Mangeshkar Death Anniversary
इमेज क्रेडिट: E 24 बॉलीवुड

Lata Mangeshkar Death Anniversary: स्वर कोकिला के नाम से फेमस लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की आज पुण्यतिथि है। अपने सुरों से दिल के तार झनझना देने वाली लता दीदी को इस दुनिया को अलविदा कहे 2 साल पूरे हो गए हैं। मगर अपने गानों से वो आज भी हमारे बीच जिंदा हैं, और हमेशा अमर रहेंगी। गायिका ने 92 साल की उम्र में कोरोना की चपेट में आने के कारण सांसों का त्याग किया। करीब 8 दशक तक अपनी आवाज से हमारे दिलों पर राज करने वाली लता दीदी की पुण्यतिथि पर हम आपको उनके जीवन के कुछ ऐसे पहलुओं से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिन्हें सुन आप भावविभोर हो उठेंगे।

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छोटी उम्र में ही सिर से उठ गया पिता का साया (Lata Mangeshkar Death Anniversary)

लता मंगेशकर जब 13 साल की थीं तभी उनके पिता का देहांत हो गया था। लता परिवार में सबसे बड़ी थीं ऐसे में घर की सारी जिम्मेदारी उन्हीं के कंधो पर आ गई। लता के पिता दीनानाथ मंगेशकर भी फेमस संगीतकार थे, घर में संगीत का माहौल होने की वजह से लता उसमें रमी हुई थीं।

गायिका ने पढ़ाई छोड़ दी और 5 भाई बहनों में सबसे बड़ी होने का फर्ज निभाते हुए और परिवार की जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया।

क्यों नहीं की शादी

लता मंगेशकर के सिर पर छोटी उम्र में ही परिवार की बड़ी जिम्मेदारी आ गई थी। ऐसे में उन्होंने न सिर्फ बीच में ही पढ़ाई छोड़ी बल्कि कभी भी शादी न करने का फैसला भी किया।

हालांकि वो चाहती थीं कि उनकी शादी हो, लेकिन परिवार के बोझ ने उनके पैरों में बेड़ियां डाल दी थी।

लता मंगेशकर के रिकॉर्ड

सुरों की सामग्री लता मंगेशकर आज बेशक हमारे बीच में न रही हों, लेकिन अपने गानों से वो हमारे बीच में जिंदा हैं, और रहेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लता दीदी ने अपने करियर में करीब 36 भाषाओं में लगभग 50,000 से ज्यादा गाने गाए थे। उनके हर गाने अपने आप में खास होते थे।

सिंगर को भारत के तीनों सर्वोच्च नागरिक सम्मानों जैसे भारत रत्न, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें तीन राष्ट्रीय और चार फिल्मफेयर पुरस्कारों से भी नवाजा गया था।

एक्टिंग में भी आजमाया हाथ (Lata Mangeshkar Death Anniversary)

लता जी ने न सिर्फ गाने गाए बल्कि एक्टिंग में भी हाथ आजमाया। उन्होंने सबसे पहले मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए गाना गाया था। हालांकि, ये ड्रॉप कर दिया गया जो कभी रिलीज ही नहीं हुआ। बता दें कि इस गाने का नाम था ‘नाचूं या गड़े खेलूं सारी मनी होस भरी’। सबसे खास बात ये है कि लता ने इस फिल्म में एक्टिंग भी की थी।

इस गाने ने कर दिया फेमस (Lata Mangeshkar Death Anniversary)

गायिका को मास्टर गुलाम हैदर ने पहला ब्रेक दिया और लता ने साल 1948 में फिल्म ‘मजबूर’ में एक गाना गाया जिसके बोल थे, ‘दिल मेरा तोड़ा’। इस गाने ने लता को रातों रात इतना फेमस कर दिया की वो फिर किसी पहचान की मोहताज नहीं रहीं।

First published on: Feb 06, 2024 06:44 AM