Happy Birthday Nassar: कहते हैं कड़ी मेहनत ही सफलता की सीढ़ी होती है। इस कारण आज हम आपको एक ऐसे एक्टर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने कठिन संघर्षों से उस मुकाम को हासिल किया है, जिसकी चाहत हर एक एक्टर रखता है। हम बात कर रहे हैं, साउथ से लेकर बॉलीवुड तक अपनी एक्टिंग का परचम लहराने वाले एक्टर नास्सर की। नास्सर ने फिल्मों तक आने के लिए बेहद ही कठिन संघर्ष किया है। उन्होंने कभी वेटर का काम किया तो कभी सिक्योरिटी गार्ड का काम किया। रोजी-रोटी के लिए कड़ी मेहनत के बावजूद उनका हौंसला बुलंद रहा।
5 मार्च को 1958 को मद्रास के चैंगलपट्टू में जन्मे नास्सर का पूरा एम. नास्सर है। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1985 में एक तमिल फिल्म से की थी। उनकी पहली मूवी का नाम ‘कल्याण अगाथिगल’ था। साल 2025 में वे अपना 67वां जन्मदिन मनाएंगे। नास्सर को शुरू से ही फिल्मों का शौक था। उन्होंने कभी भी छोटे से रोल को भी हाथ से जाने नहीं दिया।
शुरुआती दिनों में रहा संघर्ष
नास्सर ने करियर की शुरुआत करने के बाद भी कड़े संघर्षों का सामना किया। उन्हें जिस भी फिल्म में जो भी रोल मिलता, वे उसको कर लेते थे। शुरुआती दिनों में जब छोटे-छोटे रोल निभाने से खर्चे पूरे नहीं हुए तो उन्होंने जीविका चलाने के लिए वेटर और सिक्योरिटी गार्ड तक की नौकरी की। हालांकि इस कठिन परिश्रम के बाद भी उन्होंने अपना हौंसला बरकरार रखा और फिल्मी जगत में बुलंदियों को छुआ।
इस फिल्म ने दिलाई बड़ी पहचान
नास्सर वैसे तो कई मूवी में काम करके खुद की पहचान बना चुके थे, लेकिन एक ब्लॉकबस्टर मूवी ने उनको ग्लोबली बड़ी पहचान दिलाई। उस मूवी का नाम बाहुबली था। एम. नास्सर की सबसे सफल फिल्म “बाहुबली: द बिगिनिंग” और “बाहुबली: द कन्क्लूजन” रही हैं। इस मूवी में उन्होंने भल्लालदेव के पिता बिज्जलदेव का किरदार निभाया है।
इन मूवीज में भी दिखाया एक्टिंग का जलवा
बाहुबली के अलावा भी उन्होंने इरुवर, रोजा, वीरम, खुशी, अंगरक्षक, चाची 420, राउड़ी राठौर, रमैया वस्तावैया, थलाइवी जैसी बड़ी मूवीज में अपनी एक्टिंग का जलवा बिखेरा है। इसके साथ ही उन्होंने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया है। नास्सर ने साउथ की फिल्मों में अधिक काम किया है। वे अभिनेता, निर्माता और निर्देशक हैं। उन्होंने 550 से अधिक फिल्मों में काम किया है।
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