Deva Movie Review: बॉलीवुड में एक्शन-थ्रिलर फिल्मों की अपनी एक अलग पहचान रही है, लेकिन जब कोई फिल्म दर्शकों को लगातार रोमांचित रखती है और उन्हें सोचने पर मजबूर करती है, तो वो फिल्म एक अलग लेवल पर पहुंच जाती है। शाहिद कपूर की नई फिल्म ‘देवा’ भी ऐसी ही एक धमाकेदार एक्शन-थ्रिलर है, जो दर्शकों को शुरुआत से अंत तक बांधे रखती है। आइए आपको बताते हैं आखिर मूवी हिट है या फ्लॉप?
कहानी जो आपको झकझोर कर रख देगी
फिल्म की शुरुआत होती है डीसीपी फरहान की शादी से, जहां इंस्पेक्टर देव आंब्रे (शाहिद कपूर) खुशी से झूमते हुए नजर आते हैं। जल्द ही कहानी एक गंभीर मोड़ लेती है जब मुंबई पुलिस एक कुख्यात अपराधी प्रभात जाधव को पकड़ने का प्रयास करती है। हालांकि, प्रभात बार-बार पुलिस के हाथों से बच निकलता है और कई पुलिसकर्मियों की जान ले लेता है।
यह भी पढ़ें: Roadies के सेट पर क्यों बेहोश हुईं Neha Dhupia? एक्ट्रेस ने शेयर की हेल्थ अपडेट
मुंबई पुलिस की असफलताओं के बीच दिया साठे, जो एक इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट है। साथ ही वो देवा को इस बात का अहसास कराती हैं कि उसकी टीम में ही कोई गद्दार मौजूद है। देवा किसी भी हाल में प्रभात को खत्म करना चाहता है और उसका एनकाउंटर भी करता है, लेकिन इसके क्रेडिट को अपने दोस्त एसीपी रोहन डिसिल्वा (पवैल गुलाटी) को दे देता है। वहीं असली ट्विस्ट तब आता है जब रोहन को सम्मान समारोह के दौरान ही गोली मार दी जाती है। अब देवा को उस शूटर की तलाश करनी है, जिसने रोहन को मारा और इसके पीछे की साजिश को उजागर करना है।
एक्शन, सस्पेंस और ट्विस्ट से भरपूर
कहानी यहां खत्म नहीं होती बल्कि असली रोमांच तो इसके बाद शुरू होता है। फिल्म में कई ऐसे मोड़ आते हैं जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देते हैं। बॉबी संजय की लिखी इस कहानी को अब्बास और हुसैन दलाल के साथ सुमित अरोड़ा और अरशद सईद ने इतनी बेहतरीन तरीके से स्क्रीनप्ले में ढाला है कि यह फिल्म महज एक चूहे-बिल्ली का खेल नहीं रह जाती बल्कि एक चक्रव्यूह बन जाती है।
शाहिद कपूर का दमदार अभिनय
शाहिद कपूर ने इंस्पेक्टर देव आंब्रे के रूप में जबरदस्त एक्टिंग की है। उनका ये किरदार किसी भी एंग्री यंग मैन से अलग है। उनकी बॉडी लैंग्वेज, डायलॉग डिलीवरी और इमोशनल सीन में गहराई इस फिल्म की जान है। अगर आप ‘कबीर सिंह’ में उनका एग्रेशन और ‘हैदर’ में उनकी परफेक्शन को पसंद करते हैं, तो ‘देवा’ में उनकी एक्टिंग आपको दीवाना बना देगी।
सपोर्टिंग कास्ट की शानदार परफॉर्मेंस
फिल्म की सपोर्टिंग कास्ट भी काबिले तारीफ है। पूजा हेगड़े (दिया साठे) ने अपने छोटे लेकिन महत्वपूर्ण किरदार को शानदार तरीके से निभाया है। प्रवेश राणा (डीसीपी फरहान) और पवैल गुलाटी (एसीपी रोहन डिसिल्वा) ने बेहतरीन अभिनय किया है। कुब्रा सैत ने भी अपने छोटे से रोल में प्रभावशाली परफॉर्मेंस दी है।
डायरेक्शन
फिल्म का निर्देशन रोशन एंड्रूज ने किया है और उन्होंने कहानी को एकदम सटीक गति से आगे बढ़ाया है। अमित रॉय की सिनेमैटोग्राफी ने मुंबई की एक अलग ही झलक पेश की है, जो आम बॉलीवुड फिल्मों से हटकर है। जेफ बेजॉय का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के सस्पेंस और थ्रिल को बनाए रखता है। वहीं, विशाल मिश्रा का गाना ‘भसड़ मचा’ फिल्म के टोन को सेट करने में मदद करता है।
क्या यह फिल्म देखने लायक है?
अगर आप एक्शन और सस्पेंस फिल्मों के शौकीन हैं तो ‘देवा’ आपके लिए एक मस्ट-वॉच फिल्म है। फिल्म में न केवल जबरदस्त एक्शन और सस्पेंस है, बल्कि इसमें इमोशनल गहराई भी है, जो इसे एक संपूर्ण पैकेज बनाती है। हमारी तरफ से ‘देवा’ को 3.5 स्टार!
यह भी पढ़ें: महामंडलेश्वर के पद से Mamta Kulkarni को हटाया, किन्नर अखाड़े से लक्ष्मी नारायण बाहर