Mirzapur Unforgettable Dialogues: मोस्ट अवेटेड ‘मिर्जापुर’ सीजन 3 आखिरकार अमेजॉन प्राइम वीडियो पर प्रीमियर हो चुका है। इस वेब सीरीज के रिलीज होने का दर्शक लंबे समय से इंतजार कर रहे थे, लेकिन अब कालीन भैया और गुड्डू पंडित के बीच कुर्सी की जंग शुरू हो चुकी है। आप ‘मिर्जापुर सीजन 3’ देखें उससे पहले हम आपको ‘मिर्जापुर’ सीजन 1 और ‘मिर्जापुर’ सीजन 2 के डायलॉग याद दिला रहे हैं, जिन्होंने OTT की दुनिया में कोहराम मचा दिया था। चलिए जानते हैं, कौन से हैं ये डायलॉग।
ओह चाचा, आराम करो, वर्ना Rest In Peace हो जाओगे।
औरत चाहे चंबल की हो या पूर्वांचल की.. बंदूकें उठाई हैं तो इसका मतलब दिक्कत है।
साला NPA बन गए हैं हम, Non-Performing Assets
जीत की गारंटी तभी है, जब जीत और हार दोनों तुम्हारे कंट्रोल में हो।
अब चाहे सांप आकर घर में दोस्ती करले..रहता तो जहरीला ही है ना।
अगर नेता बनना है तो गुंडे पालो, गुंडे बनो मत।
आप हमको घर की ओनरशिप समझा रहे हैं, हमें तो पूरा शहर लेना है।
अबे पढ़ाई लिखाई में ध्यान लगाओ IAS-YAS बनो।
जब कुर्बानी देने का समय आए तो कुर्बानी सिपाही की दी जाती है, राजा और राजकुमार तो जिंदा रहते हैं।
इज्जत नहीं करते हैं, डरते हैं सब…. पर डर की यही दिक्कत है, कभी भी खत्म हो सकता है।
गंस की मदद से डर नहीं बढ़ाना है, डर की मदद से गंस बढ़ानी हैं।
शुरू मजबूरी में किए थे, अब मजा आ रहा है।
अटैक में भी गन, डिफेंस में भी गन, हम बनाएंगे मिर्जापुरी को अमरिका।
जो आया है, वो जाएगा भी बस मर्जी हमारी होगी।
मिर्जापुर की गद्दी पर बैठने वाला, कभी भी नियम बदल सकता है…।
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