Bigg Boss 18 grand finale: बिग बॉस 18 की ट्रॉफी करणवीर मेहरा जीत गए हैं। फर्स्ट रनरअप विवियन डीसेना बने। विवियन डीसेना का “बिग बॉस 18” हार के कुछ अहम कारण हैं। हालांकि यह व्यक्तिगत राय हो सकती है और किसी भी शो में पार्ट लेने वाले कंटेस्टेंट्स की सफलता या हार कई अलग अलग कारणों पर डिपेंड करती है, लेकिन विवियन की हार के कारण आइए आपको बताते हैं।
1. करणवीर मेहरा की पॉपुलैरिटी
बिग बॉस में करणवीर मेहरा अपने अच्छे गेम प्ले, रणनीतियों और मैनिपुलेशन के साथ शो में बने रहें, तो इससे विवियन के लिए टॉप पर पहुंचना मुश्किल हो गया। विवियन ने पूरे सीजन कुछ खास नहीं किया। इस वजह से उनके अपने दोस्तों को वो विनर बनने लायक नहीं लगे।
2. दर्शक से कम जुड़ाव
विवियन डीसेना भले ही कलर्स का फेस थे, मगर वो शो में दर्शकों से जुड़ नहीं पाए। एक यही उनके वोटों में कमी का कारण बना है। बिग बॉस में दर्शकों की नज़रों में बने रहना अहम होता है, और अगर कोई कंटेस्टेंट इस में पीछे रहता है, तो वह धीरे-धीरे विनर की रेस से पीछे हो जाता है।
3. कम विवाद या कम ड्रामा
बिग बॉस में सफलता पाने के लिए कभी-कभी ड्रामा और विवादों का हिस्सा बनना पड़ता है, लेकिन विवियन का स्वाभाव शायद ऐसा था कि वह विवादों से बचते रहे। इस मामले में, कुछ दर्शकों को वह ‘बोरिंग’ या ‘कम इंटरेस्टिंग’ लगे, जिससे उनका कनेक्शन दर्शकों से कमजोर हो गया।
4. टीम के मामले में कमजोर खेल
बिग बॉस 18 में टीम गेम में भी विवियन हमेशा पीछे रहते थे, अविनाश और ईशा सिंह दोनों की खेलते थे। दूसरी तरफ करणवीर हमेशा अपनी टीम के लिए आगे खड़े नजर आए। विवियन की टीम उतनी मजबूत नहीं थी और वे रिश्ते बनाने में असफल रहे।
5. कम ट्रिक्स और रणनीतियां
बिग बॉस में सिर्फ अपनी ईमानदारी पर टिके रहना काफी नहीं होता। कुछ कंटेस्टेंट गेम की सख्त रणनीतियां अपनाते हैं, दूसरों को हराने के लिए प्लान बनाते हैं और कभी-कभी साजिशें रचते हैं। विवियन का खेल अधिक सीधा और ईमानदार हो सकता है, लेकिन अगर वह सही समय पर रणनीति नहीं अपनाते हैं, और यही उनके लिए उल्टा पड़ा।