Usha Uthup: फेमस पॉप गायिका उषा उत्थुप (Usha Uthup) म्यूजिक इंडस्ट्री का वो नाम है जो आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है। करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करने वाली उषा के पति जानी चाको उत्थुप का 78 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। सिंगर पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। सिंगर ने आज इंडस्ट्री में अपनी आवाज से अपने नाम का सिक्का जमा लिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वो कभी अपना खर्च चलाने के लिए होटलों में काम करती थी। चलिए जानते हैं की नाइटक्लब की शान कैसे बन गई बॉलीवुड की आन…
कड़क आवाज की मिठास से जीता दिल
माथे से बड़ी सी बिंदी, कांजीवरम साड़ी, बालों में गजरा और धांसू आवाज की मल्लिका उषा उत्थुप आज जिस मुकाम पर हैं उसके लिए उन्होंने काफी मेहनत की है। हां उनके लक ने भी उनका साथ दिया और वो पहुंच गईं बॉलीवुड में। वो पॉप सिंगर हैं लेकिन उन्होंने जैज और भारतीय फिल्मों में भी अपनी खास पहचान बनाई है। उनकी कड़क आवाज में जो मिठास है उसे सुनने में बहुत ही मजा आता है।
20 साल में नाइट क्लब में गाना शुरू किया
उषा ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। उनका जन्म मद्रास में साल 1947 को हुआ था। बचपन से ही सिंगिंग का शौक रखने वाली उषा ने अपने खर्च पूरे करने के लिए होटल के नाइटक्लब में गाना गाकर सिंगिंग की शुरुआत की। 20 साल की उम्र में ही साड़ी पहन उन्होंने चेन्नई के माउंट रोड स्थित जेम्स नाइटक्लब में गाना गा अपनी पहचान बनाई। उषा की आवाज ने होटल के मालिक का दिल जीत लिया और उसने उन्हें एक हफ्ते रुकने के लिए कहा।
कैसे किया बॉलीवुड डेब्यू
छोटे से नाइट क्लब से शुरुआत करने वाली उषा ने उड़ान भरी और मुंबई के ‘टॉक ऑफ द टाउन’ और कोलकाता के “ट्रिक्स” जैसे नाइटक्लब में अपनी आवाज का जादू बिखेरा। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के ओबेरॉय होटल में गाना गाया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उषा की मुलाकात होटल में शशि कपूर से हुई। एक्टर उनकी आवाज के कायल हो गए और उन्होंने उन्हें फिल्म में गाने का ऑफर दिया। बस फिर वहीं से चमक गई सिंगर की किस्मत और उन्होंने साल 1970 में आई ‘बॉम्बे टॉकीज’ फिल्म में इंग्लिश गाना गाया।
इन गानों से पाया फेम
उषा उत्थुप वो नाम हैं जिसने बहुत जल्दी सफलता की सीढ़ी चढ़ी। जी हां सिंगर ने ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ फिल्म में ‘दम मारो दम’ से ऐसा बवाल मचाया कि वो इंडस्ट्री में छा गईं। सिंगर ने ‘शान, वारदात’, ‘अरमान’, ‘डिस्को डांसर’, ‘शालीमार’, ‘भूत’, ‘जॉगर्स पार्क’, ‘हैट्रिक’ ‘प्यारा दुश्मन’ जैसी कई फिल्मों में अपनी आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध किया।
लेकिन सभी की जुबान पर जो गाना चढ़ा हुआ है वो है विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘सात खून माफ’ का गाना ‘डार्लिंग’। इस गाने के लिए सिंगर को साल 2012 में फिल्मफेयर अवॉर्ड बेस्ट सिंगर फीमेल का अवार्ड भी मिला।
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