Saturday, 27 April, 2024

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Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya Review/Ashwani Kumar: शाहिद कपूर और कृति सेनन की फिल्म 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' क्या आपको देखनी चाहिए?

Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya first Review
Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya first Review

Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya Review/Ashwani Kumar: ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ (Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya) इतना लंबा नाम सुनकर सबके सब कन्फ्यूज़ हैं कि आख़िर क्यों ? मेकर्स ने इतना लंबा नाम चुना क्यों? फिर ट्रेलर ने आपको दिखाया कि ये रोबोट और इंसान के बीच इश्क़ और उसके बाद की कॉमेडी स्टोरी है। गानों ने भी कृति सेनन और शाहिद कपूर के बीच केमिस्ट्री की आग जला रखी है। लेकिन अंदर एक हिचक भी है, कि क्या ये फिल्म वैलेंटाइन वीक की एक्सपेक्टेशन्स पर खरी भी उतरेगी? इन सारे सवालों का जवाब इस रिव्यू में है।

फिल्म का कॉन्सेप्ट

रोबोटिक रॉम-कॉम का कॉन्सेप्ट इंटरनेशनल फिल्मों में हमेशा से चलता रहा है। माई सुपर एक्स गर्लफ्रैंड से लेकर HER तक… कॉमेडी, रोमांस और पैशन की कहानियां रोबोट और AI के इर्द-गिर्द बुनी जाती रही हैं। लेकिन ये पहली बार इंडियन सिनेमा में ये कॉन्सेप्ट अपनाया गया है। राइटर-डायरेक्टर अमित जोशी और आराधना साह ने एक बेहद अजीब से कॉन्सेप्ट को नई जेनेरेसन की फ्लेवर के मुताबिक थोड़ा कॉम्प्लीकेटेड, पुरानी जेनरेशन का फैमिली ड्रामा, रिलेशनशिप की कॉन्प्लीकेशन, यंगस्टर्स की एक्सपेक्टेशन्स, कॉमिक सिचुएशन और इमोशन का जब़रदस्त कॉम्बीनेशन बनाकर पेश किया है।

फिल्म की कहानी

कहानी पर आइए, तो बेसिक स्टोरी वही है जो आपने ट्रेलर में देखा है यानि आर्यन, जो एक रोबोटिक्स इंजीनियर है, उर्मिला मासी जो एक रोबोटिक कंपनी की ऑनर हैं। आर्यन की घर वाले शादी कराना चाहते हैं, मगर आर्यन खिंचता है सिफ्रा की ओर। सिफ्रा, एक एंडवांस रोबोट है, जो बिल्कुल परफेक्ट है…. या यूं कहें कि ऑलमोस्ट परफेक्ट। ऑर्यन और सिफ्रा का रिश्ता भी परफेक्ट है… या यूं कहें कि ऑलमोस्ट परफेक्ट।

कॉमेडी का फुलडोज

तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया में सिचुएशन, जो ज़बरदस्त कॉमिक हैं। वन लाइनर्स हैं, जो आपको बार-बार हंसाते रहेंगे। कैरेक्टर्स हैं, जैसे कि एक ग्रेट इंडियन फैमिली में होते हैं। शादी-ब्याह वाली सिचुएशन्स हैं, जो फैमिली ऑडियंस को खींचती है। फुट टैपिंग गाने हैं, जिस पर आप नाच सकें। टेक्नॉलॉजी है, जिसने पूरी दुनिया को एडिक्ट बना डाला है और इमोशन भी है… जो इसे परफेक्ट एंटरटेनर बनाती हैं। ये फिल्म AI से जुड़े उस सवाल तक भी पहुंचती है, कि क्या ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कभी वहां पहुंच सके, जो अकेली होने पर ज़िंदगी में दोस्ती और रिलेशनशिप का रिप्लेसमेंट हो?

कहां दिखी कमी

अमित और आराधना ने अपनी कहानी में पुरज़ोर कोशिश की है, कि ये ओवरडोज़ ऑफ़ टेक्नॉलजी ना लगे और साथ ही कहानी में साई-फाई रोमांस वाला फैक्टर भी जुड़े। इस इंटरनेशनल कॉन्सेप्ट को इंडियन इमोशन के मसालों के साथ एक बिल्कुल अलग टेक्चर उन्होने दे दिया है। सचिन जिगर, तनिष्क बागची और मित्रास का म्यूज़िक इस फिल्म को और ट्रेंडी बनाता है। लक्ष्मण उतेकर की सिनेमैटोग्राफ़ी खूबसूरत है। और शुरुआती में रोबोटिक्स दिखाने का खेल, थोड़ा कमज़ोर रहा है….उस पार्ट में VFX की कमी दिखती है।

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कैसी है स्टार्स की परफॉरमेंस

अब परफॉरमेंस पर आइए, तो सिफ्रा बनी कृति इस फिल्म का मदर ड्राइव हैं। चेहरे पर हल्की सेंसुअश स्माइल और रोबोट जैसे – ठीक है बोलकर कृति सेनन ने अपने किरदार को कमाल बना गया है, जिससे किसी को भी प्यार हो जाए। यकीनन ये कृति की टॉप-3 परफॉरमेंसेज में से एक है। आर्यन बने शाहिद कपूर को देखकर आपको लगता है कि ये एक्टर इतना कम काम क्यों करता है। शाहिद शानदार है, अपने कन्फ्यूज़्ड कैरेक्टर में, डांसिग स्किल में, रोमांस में, और इमोशन्स में भी। शाहिद-कृति की केमिस्ट्री यकीनन इस फिल्म का सबसे बड़ा हाईलाइट है। मौसी उर्मिला बनी डिंपल, अपने रोल में अच्छी हैं, मगर दिल जीतते हैं दादी जी बने धर्मेंन्द्र… उन्हे स्क्रीन पर देखकर आप मुस्कुराते रहेंगे। क्रेज़ी इंडियन फैमिली में अनुभा फतेहपुरिया, राकेश बेदी, राजेश कुमार, ग्रुशा कपूर ने पूरा माहौल बनाया है।

तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया एक परफेक्ट वैलेंटाइन फिल्म है, जो सिर्फ़ प्यार में पड़ना नहीं, बल्कि उसे समझना भी सिखाती है। फिर क्लाइमेक्स में जाह्नवी कपूर वाला सरप्राइज़ इसे और दिलचस्प बनाता है। थियेटर जाइए, मजे कीजिए।

‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ को 4 स्टार।

First published on: Feb 09, 2024 10:46 AM