Smriti Irani: स्मृति ईरानी छोटे पर्दे की वो स्टार हैं जो किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। डेली सॉप ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ (Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi) की तुलसी आज भी घर -घर में मशहूर है। कभी स्टेज शो कर 12 रुपये महीने का कमाने वाली वाली स्मृति को कैसे एकता कपूर के सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू थी में लीड रोल मिला। इसकी कहानी बहुत ही दिलचस्प है। कैसे एक पंडित ने आम सी लड़की को फेमस एक्ट्रेस बना दिया ये जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर।
मिस इंडिया में इसलिए किया था पार्टिसिपेट
कर्ली टेल्स के साथ बातचीत कर स्मृति ईरानी ने किए कई बड़े खुलासे। उन्होंने अपनी लाइफ के उन पन्नों को सबके सामने रखा जिनसे शायद अब तक बहुत से लोग अनजान थे। एक्ट्रेस से जब काम्या ने सवाल पूछा कि आप मॉडलिंग में आने के लिए मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में गईं? इस सवाल का स्मृति ने बड़ा ही दिलचस्प जवाब दिया।
वो बोलीं कि वो कभी भी मॉडलिंग में नहीं जाना चाहती थीं, उन्होंने तो मिस इंडिया में इसलिए पार्टिसिपेट किया ताकी अपने जवाबों से इस क्राउन को अपने नाम कर सकें। हालांकि उस समय तक उन्हें ये नहीं पता था कि इस कॉन्टेस्ट को जीतने के लिए अच्छी शक्ल की जरूरत होती है। स्मृति कहती हैं कि मेरे दिमाग में ये फितूर था, कि जब स्टेज पर कोई मुझसे सवाल पूछेगा तो मैं उसका ऐसा जबरदस्त जवाब दूंगी की मिस वर्ल्ड का खिताब मेरे नाम ही होगा।
कई बार किया रिजेक्शन का सामना
कर्ली टेल्स के सामने स्मृति ने अपनी लाइफ की पूरी किताब खोलकर रख दी। उन्होंने कहा कि, मुझे कई बार रिजेक्शन का भी सामना करना पड़ा। लोगो ने मुझसे कहा कि आप बेढंगी दिखती हैं, कुछ लोगों ने कहा, ‘थोड़ी काली दिखती हैं।’ कुछ लोगों ने कहा कि थोड़ी मैशिएटिड (पतली) दिखती हैं।
हां अभी अच्छी खासी रुष्ट-पुष्ट हूं, लेकिन जब पतली थी जो ज्यादा पतली थी। अब मोटी हूं तो कुछ ज्यादा ही मोटी हूं। ये लोगों पर निर्भर करता था कि वो मुझे कैसे देखते थे, लेकिन मैंने बहुत रिजेक्शन झेले हैं।शक्ल ठीक नहीं है, कई बार पर्सनैलिटी ठीक नहीं है, कई बार की ऑन-स्क्रीन प्रेजेंस ठीक नहीं है।
कैसे मिला तुलसी का रोल
काम्या ने जब स्मृति से पूछा कि आपको एकता कपूर का क्योंकि सास भी कभी बहू थी में तुलसी का रोल कैसे मिला? इस सवाल का जवाब देते हुए स्मृति ने कहा कि ये सब पर्सनैलिटी या फिर परसोना की वजह से हुआ। उन्होंने मुझे देखा और कहा कि इस लड़की को रोको जो भी है ये क्योंकि ये आगे जाकर बहुत बड़ी हस्ती बनने वाली है। उस एस्ट्रोलॉजर का नाम जनार्धन जो एकता कपूर के ऑफिस मे मुझे मिला था।
मैं एक कॉन्ट्रैक्ट चुज करने के लिए वहां गई थी जिसमें मुझे किसी की बहन का रोल प्ले करना था। आगे बोलीं कि मुझे नहीं पता था कि पर्दे के पीछे उस कांच के पीछे एकता कपूर बैठी हैं उस पंडित के साथ। पंडित जी ने कहा कि ये जो लड़की घूम रही है वहां पर, इसे रोको। एकता जी ने पूछा, क्यों क्या हुआ? तब उन्होंने कहा, ‘अगर तुम इसको रोकेगे, अगर इसके साथ काम करोगे तो इसका देश में बहुत बड़ा नाम होने वाला है।’
मैकडॉनल्ड्स झाड़ू पौछा लगाती थीं एक्ट्रेस
स्मृति ने आगे बताया कि एकता जी बाहर आईं और उन्होंने मुझसे पूछा की आप क्या साइन कर रही हो। मुझे उस वक्त कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक 1200-1300 रुपये मिलने वाले थे। मैं मैकडॉनल्ड्स में झाड़ू-पोछे की नौकरी कर रही थी, जिसमें महीने का 1800 मिल रहा था। इसलिए मेरे लिए दिन का 1200 मिल रहा था जिसमें मुझे किसी की दीदी बनना था, वो 1800 से अच्छे थे।
एकता की इस हरकत से डर गई थीं स्मृति ईरानी
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए स्मृति कहती हैं कि एकता ने उस कॉन्ट्रैक्ट को फाड़ दिया। इससे मैं डर गई और मैंने मन ही मन कहा कि हे भगवान नाश हो गया मेरा। उन्होंने मुझे दूसका कॉन्ट्रैक्ट दिया और बोलीं की इसे साइन करो। मैंने पूछा कि ये क्या है, तो वो बोलीं कि मैं एक डेली शॉप बना रही हूं क्योंकि सास भी कभी बहू थी।
इसमें तुम तुलसी का रोल करोगी। मैंने कहा अरे मैडम, वो बोलीं क्या पगार है तो मैंने बोला कि 1200 तो उन्होंने 1800 कुछ लिखा। ये मेरे लिए बड़ी बात थी कि जो इंसान पूरा दिन बर्तन साफकर 1800 कमा रहा है वो एक दिन में आराम के काम से 1800 एक दिन में कमाएगा।