Sharda Sinha: बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा का 5 नवंबर 2024 को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था। छठ पर्व के दौरान लोक गायिका का जाना बिहार के लोगों के लिए काफी दुखदायक रहा। उनके जाने से पूरा देश रो रहा था। शारदा सिन्हा के जाने के बाद उनके बेटे अंशुमन ने बताया है कि उन्हे मौत का पहले ही एहसास हो गया था। अंशुमन ने बताया है कि शारदा सिन्हा अपनी मौत के पहले कभी चिड़िया से बातें करती थीं तो कभी अस्पताल पर बेड पर ही गीत गुनगुनाने लगती थीं।
शारदा सिन्हा मौत का पहले ही हो गया था एहसास
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान ने ‘आज तक’ से बात करते हुए अपनी मां के बारे में बात की है। अंशुमन ने बताया है कि उनकी मां शारदा सिन्हा के मौत के 54 घंटे पहले ही एहसास हो गया था कि उनका आखिरी वक्त आ चुका है। अंशुमन ने बताया कि शारदा मरने से पहले अस्पताल की खिड़की पर बैठी मैना से बात कर रही थी। वो मैना का पेयर बिलकुल उनके पिता जी का इंडिकेशन दे रहा था। अंशुमान ने बताया है कि उनकी शारदा सिन्हा उस मैना के पेयर से जल्द आने की बात कर रही थीं।
मौत के आखिरी वक्त छठ पर्व को मिस कर रहीं थीं शारदा सिन्हा
शारदा सिन्हा के निधन के पहले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में एक्ट्रेस अस्पताल के बेड पर बैठे हुए छठ का गीत गुनगुना रही थीं। शारदा सिन्हा को इस वीडियो में ऑक्सीजन मास्क भी लगा हुआ था। वायरल वीडियो को देखकर साफ पता चल रहा था कि छठ पर्व के दौरान वो गीत गाना कितना मिस कर रहीं थीं। शारदा सिन्हा ने अपना आखिरी गीत ‘दुखवा मिटाईं छठी मइया, रउए आसरा हमार, सबके पुरवेली मनसा, हमरो सुनलीं पुकार’ है।
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मल्टीपल माइलोमा से जूझ रही थी शारदा सिन्हा
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर बताया था कि शारदा जी 2017 से मल्टिपल मायलोमा (ब्लड कैंसर) से लड़ाई लड़ रही हैं। ये बीमारी तो उन्हें 2017 से थी लेकिन उनकी हालत बहुत ज्यादा खराब तब हुई है जब पिताजी के देहांत हुआ। इस घटना से उन्हें काफी धक्का लगा, उस शॉक ने उनके मनोबल को तोड़कर रख दिया। शारदा सिन्हा का 5 नवंबर 2024 को निधन हो गया।
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