Satyajit Ray Birth Anniversary: हिंदी सिनेमा के फेमस डायरेक्टर सत्यजीत रे (Satyajit Ray) को बॉलीवुड का भारत रत्न कहा जाता है। आज ऐसे महान डायरेक्टर की 103वीं बर्थ एनिवर्सरी है। उन्होंने कम उम्र में देश को बड़ी उपलब्धि दिलाई, और हिंदी सिनेमा को उस सम्मान से सम्मानित करवाया जो आम तौर पर हॉलीवुड में काम करने वालों को दिया जाता है। जी हां हम बात कर रहे हैं ऑस्कर अवार्ड की, हां ऐसा नहीं है कि ये सिर्फ हॉलीवुड इंडस्ट्री को ही मिलता हो. लेकिन ये सच है कि हिंदी सिनेमा को कम ही मिलता है। वो इतने खास थे कि खराब स्वास्थ्य की वजह से जब ऑस्कर लेने जाने के लिए वो असमर्थ थे तो कमेटी के अध्यक्ष भारत आए और उन्हें सम्मानित किया। वो अपनी पर्सनल लाइफ की वजह से भी अधिक खबरों में रहे, चाहे वो लव स्टोरी हो या फिर अवार्ड लिस्ट।
पहली सैलरी थी 18 रुपये
सत्यजीत रे का जन्म सत्यजीत रे का जन्म 2 मई 1921 को कलकत्ता में हुआ था। डायरेक्टर ने अपने फिल्मी करियर में अधिकतर बंगाली भाषा में ही फिल्में बनाई है। रे की पहली सैलरी सिर्फ 18 रुपये थी, वहीं उनकी पहली फिल्म की बात करें तो वो ‘पाथेर पांचाली’ थी। पहली ही मूवी से हो हिट हो गए, उन्हें इसके लिए कई सारे अवार्ड मिले। हिंदी सिनेमा में भी उन्होंने हाथ आजमाया और ‘शतरंज के खिलाड़ी’ जैसी फिल्म में अपना हुनर दिखाया।
खुद भारत चलकर आया ऑस्कर अवार्ड
सत्यजीत रे ने अपने फिल्मी करियर में इतनी सफलता हासिल की कि वो देश ही नहीं विदेश में भी फेमस हो गए। बेहतरीन काम के चलते उन्हें पूरे फिल्मी करियर में 36 नेशनल अवार्ड मिले। डायरेक्टर को साल 1992 में भारत रत्न जैसे सर्वश्रेष्ठ सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। वहीं रे इकलौते ऐसे डायरेक्टर थे जिनके लिए ऑस्कर अवार्ड खुद चलकर भारत आया।
जी हां आपने सही पढ़ा, दरअसल वो बहुत बीमार हो गए थे, जिसकी वजह से चल भी नहीं सकते थे। ऐसे में ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित करने के लिए खुद कमेटी के अध्यक्ष भारत आए थे, और उन्हें इस स्पेशल अवार्ड से सम्मानित किया था। खबरों के अनुसार इस सम्मान को पाने के बाद 23वें दिन उनकी मौत हो गई थी।
बहन से ही कर ली शादी
सत्यजीत रे की लव स्टोरी भी काफी दिलचस्प है। उनका दिल अपनी कजिन बहन विजया पर ही आ गया। दोनों बचपन में साथ खेले, बड़े हुए और प्यार भी करने लगे। लेकिन ये रिश्ता परिवार वालों को कतई मंजूर नहीं था। उनकी लव स्टोरी में बहुत उतार चढ़ाव आए। दोनों के घर वाले नहीं माने तो उन्होंने मंदिर में जाकर शादी कर ली। हालांकि सीक्रेट शादी के बाद भी वो इस कोशिश में लगे रहे कि घर वाले मान जाएं। प्यार की जीत हुई परिवार वाले माने और फिर दोनों ने दोबारा शादी कर ली। बहन से शादी करने पर वो बहुत ट्रोल भी हुए।
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