Ramoji Rao: साउथ फिल्म इंडस्ट्री के फेमस फिल्म मेकर रामोजी राव (Ramoji Rao) ने 87 साल की आयु में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से इंडस्ट्री में मातम पसर गया है। वो रामोजी ग्रुप के फाउंडर (Founder of Ramoji Group) थे। रामोजी ने अपनी लाइफ में काफी संघर्ष किया है। जी हां कभी गरीबी देखी तो कभी जवान बेटे की मौत का गम झेला। आज यूं अचानक रामोजी के निधन पर हम भी दुख जताते हैं और उन्हें याद करते हुए रामोजी के बारे में कुछ जान लेते हैं।
फर्श से अर्श तक का सफर
रामोजी ने अपने बचपन में गरीबी झेली है। दरअसल उनका जन्म एक गरीब किसान परिवार में हुआ था। अपनी मेहनत के दम पर वो सफलता की सीढ़ी चढ़ने लगे। रामोजी ने पहले साउथ फिल्ममेकर के रूप में अपनी खास पहचान बनाई। फिल्मों के निर्माण के दौरान उन्हें जो दिक्कतें आईं उन्हें दूर करने के लिए साल 1993 में फिल्म सिटी की स्थापना की। ऐसे वो फर्श से अर्श तक पहुंचे और अरबों की संपत्ति जोड़ी।
Padma Vibhushan awardee Cherukuri Ramoji Rao (1936-2024), founder of the Ramoji Group and Ramoji Film City, passed away at 87 in Hyderabad. He launched Eenadu in 1974 and produced over 50 films and telefilms. He will live on and will be remembered for his legacy in media and… pic.twitter.com/xLSxzXl4C2
— Sushil KGR Yati (@SushilYati) June 8, 2024
जवान बेटे की मौत ने तोड़ा
रामोजी राव का जीवन संघर्षों से भरा हुआ रहा है। उन्होंने हर कदम पर परेशानियों का सामना किया। लेकिन एक दुख ऐसा भी आया जिसने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया। रामोजी के दो बेटे हैं जिनमें से छोटे बेटे चिरकुरी सुमन का महज 45 साल की उम्र में निधन हो गया। दरअसल रामो का बेटा ल्यूकोमिया नाम की बीमारी से जूझ रहा था जिसने उनकी जान ले ली। इस हादसे से रामो की जिंदगी में तूफान आ गया।
Ramoji Rao garu was a true visionary whose revolutionary work in Indian media has left an unforgettable legacy. His contributions to journalism and cinema have inspired so many. He will be missed dearly. Heartfelt condolences to his loved ones. May his soul rest in peace 🙏🏻 pic.twitter.com/YKEDaEHeCT
— Venkatesh Daggubati (@VenkyMama) June 8, 2024
रामोजी को कई सम्मानों से किया सम्मानित
बता दें कि रामो जी ने अपने करियर में अपने काम से इंडस्ट्री को एक नए मुकाम पर पहुंचाया। उन्होंने साल 1969 में पत्रिका के जरिए मीडिया लाइन में कदम रखा और तेलुगु न्यूज पेपर ईनाडु, ईटीवी नेटवर्क का निर्माण किया। उन्होंने साउथ फिल्ममेकर के तौर पर भी पहचान बनाई। रामोजी को पद्म विभूषण सहित कई सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।
It’s a saddening moment, the Legend in many aspects Padma Vibhushan #RamojiRao garu is passed away. His contribution towards the known fields is eternal ❤️ Our deep condolences to his family members & well-wishers
May his soul rest in peace🙏🏻 #RIPRamojiRao #SatheeshMakkala pic.twitter.com/j4J2lMcySw— Satheesh Makkala❣️ (@SatheeshMakkala) June 8, 2024
जानकारी के लिए बता दें कि उन्हें तेलुगु सिनेमा और मीडिया में उनके सराहनीय योगदान के लिए कई सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हुए। इसके अलावा रामोजी को रामिनेनी फाउंडेशन पुरस्कार और फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
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