Rajat Bedi On Bollywood: रजत बेदी का नाम इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है. उन्होंने लंबे समय बाद आर्यन खान की सीरीज ‘द बैड्स ऑफ बॉलीवुड’ से इंडस्ट्री में शानदार कमबैक किया है. सीरीज में कुछ देर के रोल से ही उन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया था. सीरीज के बाद उनके एक्टिंग की तारीफें चारों तरफ हो रही है. हालही में हुए एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी लाइफ के स्ट्रगल को लेकर खुलकर बात की. रजत ने बताया कि 9 साल की उम्र में पिता की मौत के बाद उन्होंने किन चुनौतियों का सामना किया और उस दौरान इंडस्ट्री ने उनके साथ कैसा बर्ताव किया था.
इंडस्ट्री ने किनारा कर दिया था
रजत बेदी ने हाल ही में सिद्धार्थ कन्नन के साथ हुए एक इंटरव्यू में बताया कि इंडस्ट्री में शुरुआती दिन काफी अच्छे थे. जब तक उनके पिता नरेंद्र बेदी जिंदा थे पूरी फिल्म इंडस्ट्री का उनके घर आना-जाना लगा रहता था. लेकिन, पिता की मौत के बाद इंडस्ट्री ने उनके परिवार को बिल्कुल किनारा कर दिया था. रजत ने बताया कि उनके पिता ने अपने करियर की शुरुआत राज कपूर के असिस्टेंट के तौर पर किया था फिर आगे जाकर बेनाम और अदालत जैसी बेहतरीन फिल्में डायरेक्ट की.
पिता की मौत पर बोले
रजत ने बातचीत में आगे बताया कि उनके पिता की मौत 45 साल की उम्र में हो गई थी और उस वक्त वो महज 9 साल के थे. उन्होंने बताया कि उन्हें अच्छी तरह से याद है कि पिता के जाने के बाद डायरेक्टर प्रकाश मेहरा और उनके परिवार के अलावा इंडस्ट्री में से किसी ने भी रजत के परिवार को पलट कर नहीं देखा था. वो बताते हैं कि पिता नरेंद्र बेदी की मौत के बाद करीब एक साल तक प्रकाश मेहरा मदद के लिए पैसे भेजा करते थे और किसी चीज की चिंता न करने को भी कहा करते थे. रजत का कहना है कि ये इंडस्ट्री बहुत कठोर और निर्दयी है. उन्होंने कहा कि इस पिता के जाने के बाद वो लोग इंडस्ट्री से बिल्कुल बाहर हो गए थे. जिसके बाद उन्होंने काम करने का फैसला किया और रमेश सिप्पी को असिस्ट किया था.
शाहरुख खान ने बुलाया ‘टाइगर’
रजत बेदी बताते हैं कि उन्होंने शाहरुख खान के साथ फिल्म ‘जमाना दीवाना’ में काम किया था. इस दौरान उनकी और शाहरुख की काफी गहरी दोस्ती हो गई थी. उन्होंने लगभग ढाई साल तक साथ काम किया. वो बताते हैं कि शाहरुख उन दिनों उनको ‘टाइगर’ कहकर बुलाया करते थे क्योंकि वो वक्त काफी एग्रेसिव नेचर के थे और इसलिए भी क्योंकि सेट पर दो रजत थे.