Kamlesh avasthi death: हिंदी सिनेमा को ‘तेरा साथ है तो’, ‘जिंदगी इम्तिहान लेती है’, ‘बड़े अरमानों से रखा’ जैसे मशहूर गाने देने वाले कमलेश अवस्थी मे 79 की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने अहमदाबाद में कल आखिरी सांस ली। सिंगर पिछले एक महीने से कोमा में थे।
‘मुकेश की आवाज’ के नाम से जाने गए सिंगर
गुजरात के सावरकुंडला के रहने वाले कमलेश को ‘मुकेश की आवाज’ के नाम से जाना जाता है। सिंगर का डेब्यू म्यूजिक एल्बम मुकेश कुमार के नाम से था। उनकी एल्बम ‘ट्रिब्यूट टू मुकेश’ को बहुत ज्यादा पसंद किया गया। यहीं कारण है कि उन्हें मुकेश की आवाज कहा जाने लगा।
राज कपूर के आखिरी फिल्म में दी आवाज
कमलेश अवस्थी को राज कपूर के साथ काम करने का मौका मिला है। कमलेश ने राज कपूर की फिल्म ‘गोपीचंद जासूस’ में ‘दिल दीवाना तेरा’ और ‘चीन नहीं जापान नहीं’ में आवाज दी थी। बता दें कि ये राज कपूर की आखिरी फिल्म थी। इस फिल्म में उन्होंने बतौर सिंगर गाया था।
म्यूजिकल स्टेज शो में कमाया नाम
हिन्दी फिल्मों में आवाज देने के अलावा कमलेश अवस्थी को म्यूजिकल स्टेज शो का भी चैंपियन कहा गया। गुजरात के सावरकुंडला में जन्में मुकेश को बचपन से ही सिंगिंग में इंट्रेस्ट था। उनका जन्म 1945 में हुआ, जिसके बाद उन्होंने गुजरात के भावनगर विश्वविद्यालय से एम.एस.सी और पी.एच.डी की पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने भावनगर के सप्तकला दाखिला लिया और भरभाई पंड्या से संगीत सीखना शुरू कर दिया। कमलेश की सच्ची मेहनत और लगन ही थी उन्होंने कुछ ही समय में संगीत में महारथ हासिल कर ली और फिर वो बॉलीवुड में पहचान बना पाएं।
गुजराती गानों के लिए फेमस हैं कमलेश अवस्थी
कमलेश अवस्थी गुजराती गानों के लिए फेमस हैं। वो पूरे गुजरात में स्टेज परफॉर्मेंस देने के लिए भी जाने जाते हैं। आज भी उनकी आवाज में गाए हुए गुजराती भजन काफी फेमस हैं। 80 के दशक में उनके गाने बहुत सुने जाते थे।