Jaya prada struggle story: सिल्वर स्क्रीन पर अपनी अदाओं और खूबसूरती से सबका दिल जीत लेने वाली जया प्रदा ने 80 से लेकर 90 तक के दशक में खूब नाम कमाया। जया ने कभी नहीं सोचा था कि वो एक्टिंग में अपना करियर बनाएंगी। वो चाहती थी कि बड़ी होकर डाक्टर बनें, लेकिन 7 साल की छोटी उम्र से ही उनकी मां उन्हें डांसिंग और सिंगिंग के लिए भेजना शुरू कर दिया। उनकी मां की ख्वाइश थी कि वो एक्ट्रेस बने। महज 13 साल की उम्र में जया ने तेलुगु फिल्म के एक गाने से अपना फिल्मी करियर शुरू किया। इसी गाने से एक्ट्रेस को अपना स्क्रीन नाम मिला। जया का असली नाम ललिता रानी था, जिसे बदलकर अभिनेता प्रभाकर रेड्डी ने जया प्रदा रख दिया। किसे पता था कि गुजरते समय के साथ लोग इस नाम के मुरीद होते जाएंगे।
सात भाषाओं में काम करने के बाद बॉलीवुड से मिली पहचान
जया का नाम उन एक्ट्रेसेस में शामिल है, जिन्होंने सात अलग-अलग भाषाओं में काम किया है। हालांकि, उन्हें पहचान बॉलीवुड इंडस्ट्री से मिली। अपने शुरुआती दौर में जया को हिंदी बोलने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा। धीरे-धीरे एक्ट्रेस ने अपनी इस कमी को भी दूर कर लिया और अपने समय में खूब हिट फिल्में दी। जया ने उस दौर के लगभग सभी बड़े हीरो के साथ काम किया, लेकिन उनकी जोड़ी जितेंद्र के साथ हिट रही।
एक्ट्रेस को हुआ तीन बच्चों के पिता से प्यार
जया के लिए 1984 सबसे लकी साल रहा। फिल्म ‘तोहफा’ से जया प्रदा रातोंरात स्टार बन गई। जया अपने करियर के पीक पर थीं, जब वो प्रोड्यूसर श्रीकांत नाहटा को दिल दे बैठी। जया जानती थी कि श्रीकांत पहले से शादीशुदा हैं और उनके तीन बच्चे भी हैं, इसके बावजूद उन्होंने 1986 में श्रीकांत नाहटा से शादी कर ली।
पूरी जिंदगी प्यार के लिए तरसती रहीं एक्ट्रेस
जया और श्रीकांत की शादी काफी विवादों में रही। निर्माता ने अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना ही एक्ट्रेस से शादी कर ली थी। उन्होंने जया से शादी के बाद भी पहली पत्नी को तलाक देने से इनकार कर दिया। यही वजह रही कि कानूनी तौर पर जया को कभी श्रीकांत की पत्नी का दर्जा नहीं मिला।
जया चाहती थी कि उनका और श्रीकांत का एक बच्चा हो जाए, लेकिन श्रीकांत इसके लिए भी तैयार नहीं हुए। जया किस्मत के आगे हार गई, प्यार से मिले इस धोखे के बाद से जया फिल्मों से भी दूरी बनाती गईं। जया ने बाद में अपनी बहन के बेटे को गोद ले लिया। करियर के पीक पर होने के बाद भी जया ने 1994 में फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी। उन्होंने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की।