Heera Mandi OTT Release: पाकिस्तान का वो शहर जिसका नाम कभी बड़ी ही तहजीब से लिया जाता था। किसी जमाने में इस शहर को तहजीब, मेहमान-नवाजी और वहां के कल्चर के लिए जाना जाता था। मुगल साम्राज्य में वहां तवायफें अपने नृत्य और संगीत की नुमाइश किया करती थीं। भाषा हो या संस्कृति सभी बेहद नायाब रही। लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि तहजीब से भरा ये शहर जिस्मफरोशी का अड्डा बन गया। इसी रियल कहानी को एक बार फिर से पर्दे पर उकेरने का जिम्मा संजय लीला भंसाली ने उठाया है। उन्होंने अपने नए प्रोजेक्ट ‘हीरा मंडी’ (Heera Mandi) के साथ ओटीटी डेब्यू किया है। ये एक पीरियड ड्रामा वेब सीरीज है जो पाकिस्तान की कभी तहजीब की नगरी कहलाई जाने वाली हीरामंडी पर आधारित है।
पहली बार एक सीरीज में 6 दिग्गज एक्ट्रेसस मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, रिचा चड्ढा, संजीदा शेख और शर्मिन सेगल ने अपनी अदाकारी का जलवा दिखाया है। अब वेब सीरीज ने तो ओटीटी पर दस्तक दे दी है ऐसे में लोगों के मन में कहीं न कहीं ये सवाल तो उठ ही रहा होगा कि आखिर पाक में कहां हैं वो शाही मोहल्ला जहां संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) की नजर गई और उन्होंने बना दी एक शानदार वेब सीरीज।
कैसे पड़ा शहर का नाम हीरा मंडी
हीरा मंडी तो रिलीज हो ही गई है, इसके साथ आप ये भी जान लें कि ये सीरीज पाकिस्तान की रेड लाइट एरिया की कहानी है। हालांकि कभी इस शहर को तहजीब और संस्कृति के लिए जाना जाता था। हीरा मंडी के नाम से ही आप इस बात का मतलब समझ सकते हैं कि वो बाजार जहां हीरो के जैसी चमक हो। कहा जाता है कि इस शहर का नाम सिख राजा रणजीत सिंह के एक मंत्री हीरा सिंह के नाम पर पड़ा था। हालांकि इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन धीरे-धीरे शहर की चमक कम होने लगी और वेश्यावृत्ति ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए।
पाकिस्तान में कहां है शाही मोहल्ला
हीरा मंडी को शाही मोहल्ले के नाम से भी जाना जाता है। अगर हम ये कहें कि इस नाम के पीछे की वजह वहां की तहजीब और संस्कृति रही होगी तो कुछ गलत न होगा।
हां अब सवाल ये उठता है कि पाक में ये शाही मोहल्ला है कहां? ये तो जाहिर है कि पाकिस्तान देश कोई छोटा सा शहर तो है नहीं कि हम बोल दें कि शाही मोहल्ला पाकिस्तान में है और आप समझ जाएं कि वो कहां है। चलिए हम आपको बता दें कि ये लाहौर का काफी प्रसिद्ध और ऐतिहासिक इलाका है। पहले यहां अनाज मंडी बनवाई गई थी, लेकिन बाद में तवायफों को भी यहां बसाने का काम किया गया।
आज कैसा है शाही मोहल्ले का हाल
मुगल काल में शाही मोहल्ले में पहले राजकुमारों और शासकों को देश की विरासत और संस्कृति को जानने के लिए हीरा मंडी भेजा जाता था। तभी इस शहर का नाम शाही मोहल्ला पड़ा। लेकिन बाद में ये मोहल्ला अमीरों की विलासिता का केंद्र बन गया। मुगलों के बाद यहां विदेशी आक्रमणकारियों का प्रकोप बढ़ा और उन्होंने तवायफ खाने को उजाड़ महिलाओं को जबरन लाना शुरु कर दिया, ऐसे में यहां वेश्यावृत्ति पनपने लगी।
ये मोहल्ला बदनाम होने लगा जहां महिलाओं को जिस्मफरोशी के धंधे में जबरन झोंका जाने लगा। बात आज के समय की करें तो अब लाहौर की हीरा मंडी रेड लाइट में तब्दील हो गई है, जहां ग्राहक आते हैं और महिला को विलासिता की वस्तु समझते हुए अपनी हवस की भूख शांत करने के लिए वैश्या को ढूंढते हैं।
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