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Opinion: वाह दीदी वाह! मरने का तरीका थोड़ा कैजुयल तो है ही, पूनम पांडे ने सच की शेर-गड़रिया की कहानी

Opinion: पूनम पांडे की मौत का सच आखिरकार सबके सामने आ ही गया। एक्ट्रेस ने खुद लाइव आकर इस बात की जानकारी दी है...

Poonam pandey alive Opinion on actress fake death due to cervical cancer
Poonam pandey alive Opinion on actress fake death due to cervical cancer

Opinion: 24 घंटे बाद ही सही मगर पूनम पांडे की मौत का सच आखिरकार सबके सामने आ ही गया। एक्ट्रेस ने खुद लाइव आकर इस बात की जानकारी दी है कि वो मरी नहीं जिंदा हैं, लेकिन अब सवाल ये उठता है कि क्या सर्वाइकल कैंसर के प्रति लोगों को जागरुक करने का पूनम का ये तरीका सही था? क्या अपनी ही मौत की झूठी खबर फैलाना सही है? सोशल मीडिया पर पूनम हॉट टॉपिक बनी हूं हैं।

पूनम ने मौत का रचा झूठा नाटक (Opinion)

यूजर्स का कहना है कि पूनम ने लोगों के जज्बात और इमोशन को ठेस पहुंचाया है। अपनी ही मौत का स्वांग रचकर पूनम ने वाकई में सारी हदें पार कर दी। बीते दिन, जब खबर सामने आई थी कि एक्ट्रेस का सर्वाइकल कैंसर की वजह से निधन हो गया है, तब इस खबर पर यकीन करना हर किसी के लिए नामुमकिन था।

जागरुकता फैलाने का ये कैसा तरीका

चंद पलों में पूनम के फैंस और सेलेब्स एक्ट्रेस को इंटरनेट पर श्रद्धांजलि देने लगे। मगर फिर एक और सुबह हुए और पूनम ने खुद कहा कि मैं जिंदा हूं ये सब झूठ था,मैंने सर्वाइकल वैक्सीन को प्रमोट करने के लिए अपनी झूठी मौत की खबर फैलाई थी।

वैक्सीन प्रमोट करना कहीं पड़ न जाए भारी

वीडियो में आप पूनम को ये कहते हुए सुनेगें कि मैंने ये सब सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन को प्रमोट करने और इसके बारे लोगों के बीच जागरुकता फैलाने के लिए ये सब किया। देश के बहुत से लोग इस बीमारी से जागरुक नहीं है। महिलाओं की जान सर्वाइकल कैंसर की वजह से जा रही है। इसलिए इस बीमारी से लोगों को जागरुक करने के लिए मैंने ये सब किया।

पूनम का फूलऑन फिल्मी अंदाज

चलो माना कि सर्वाइकल कैंसर के बारे में लोगों को अवेयर करना भलाई का काम है,लेकिन क्या इसके लिए मौत का झूठा नाटक करना कहां तक सही है? पूनम को अगर इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरुक ही करना था तो इसके और भी तरीके थे। मगर एक्ट्रेस को ये भला कहां मंजूर था कि बिना किसी ड्रामा के लोगों को इसके बारे में पता चले। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 में इस बीमारी से बचाव करने के लिए टीकाकरण की बात की थी मगर ऐसा लगता है कि शायद पूनम को उनका ये सरल तरीका पसंद नहीं आया और उन्होंने फूलऑन फिल्मी अंदाज में इसे अंजाम दिया।

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फैंस का खो दिया विश्वास

हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब पूनम (Opinion) ने मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए कोई अतरंगी काम किया हो। एक्ट्रेस ऐसा पहले भी कई बार कर चुकी हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने ये भी कहा था कि इसमें कुछ गलत नहीं है। मगर इस बार उन्होंने लोगों की भावना को न केवल ठेस पहुंचाई है, बल्कि उन्होंने अपने फैंस का प्यार और विश्वास दोनों खो दिया है।

पूनम ने सच की शेर और गड़रिया

उन्होंने बचपन में पढ़ी जाने वाला शेर और गड़रिया की कहानी का जीता-जागता उदाहरण दिया है। हालांकि, भगवान न करें कि भविष्य में पूनम पांडे के साथ कोई अनहोनी हो, लेकिन अगर ऐसा कुछ होता है तो अब फैंस के लिए पूनम से जुड़ी किसी भी खबर पर यकीन करना मुश्किल होगा, क्योंकि अब उन्होंने लोगों का विश्वास खो दिया है।

First published on: Feb 03, 2024 08:58 PM

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