Johnny Lever Birthday: कॉमेडी के सरताज कहे जाने वाले जॉनी लीवर (Johnny Lever) किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अगर कोई इंसान रो रहा हो तो उसे हंसाने का हुनर रखने वाले जॉनी ने अपने जीवन में कई परेशानियों को झेला है। इस महान कॉमेडी किंग का जन्म 14 अगस्त साल 1957 को हुआ था। कभी तंगहाली की जिंदगी जीने वाले जॉनी ने अपना बचपन चॉल में बिताया है। गरीबी का आलम ऐसा था कि स्कूल से आने के बाद चॉल की बर्थडे पार्टी में उन्होंने छोटे-छोटे शो किए ताकि अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें।
अपनी कामयाबी के शिखर पर पहुंच चुके जॉनी की लाइफ में एक समय ऐसा भी आया जब उन्होंने कॉमेडी छोड़ धर्मगुरु की राह अपना ली।आज जॉनी के जन्मदिन के (Johnny Lever Birthday) मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ अहम बातें बताने जा रहे हैं।
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किन्नरों को हरा जीते पैसे (Johnny Lever Birthday)
आपको बता दें कि, एक बार जॉनी के चॉल में किन्नर आए तो जो अपने राग में पैसे मांग रहे थे। उसी वक्त जॉनी भी वहां आ गए और उन्होंने किन्नरों से कॉम्पिटिशन कर लिया। इसमें जॉनी की जीत हुई और उन्होंने बहुत सारे पैसे इकट्ठे कर लिए। जॉनी का ये अंदाज किन्नरों को खूब पसंद आया और उन्होंने उन्हें अपनी टीम में शामिल होने का न्योता दे दिया।
सड़कों पर घूम घूम बेचे पैन
आपके और हमारे चहेते जॉनी ने अपने जीवन में काफी कष्ट झेला है। जॉनी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो एक दिन अपनी गरीबी से परेशान होकर उदास बैठे थे। तभी उनका एक दोस्त आया और उनसे कहा कि वो पैन बेचता है अगर तुम चाहो तो मेरे साथ पैन बेचने का काम कर लो। उसकी इस बात को सुनकर जॉनी ने गली-नुक्कड़ पर जाकर पैन बेचे। जब जॉनी 18 साल के हो गए थे तो उनके पिता ने हिंदुस्तान लिवर कंपनी में उनकी नौकरी लगवा दी थी।
बेटे की बीमारी ने बदल दी जिंदगी (Johnny Lever Birthday)
बहुत कम लोगों को पता होगा कि, जॉनी की लाइफ में एक समय ऐसा भी आया था जब वो बहुत टूट गए थे। दरअसल उनके बेटे को कैंसर हो गया था। जब जॉनी को इस बात का पता चला तो वो बहुत परेशान हो गए थे, इस बात का खुलासा खुद कॉमेडियन ने एक इंटरव्यू में किया था कि वो बेहद लाचार हो गए थे। तब वो भगवान की प्रार्थना में लीन हो गए और धर्म गुरु की राह अपना ली। ऐसा करने से उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आया।