Dev Anand Birth Anniversary: बॉलीवुड के सदाबहार हीरो देव आनंद (Dev Anand) की आज यानी 26 सितंबर को 100वीं बर्थ एनिवर्सरी है। अपने अलग अंदाज और बोलने के निराले स्टाइल की वजह से एक्टर ने इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई। देव साहब वो एक्टर थे जिनकी हजारों लड़कियां दीवानी थीं। अक्सर हमने अपने घर के बड़े लोगों के सुना है कि देव आनंद के काले कोट पहनने पर रोक लगा दी थी। वो इसलिए क्योंकि देव को इस लुक में देखकर लड़कियां बेकाबू हो जाती थीं। आज देव आनंद की बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि काले कोट पर रोक लगाने के पीछे कौन सा सच है?
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काले कोर्ट के पीछे का सच (Dev Anand Birth Anniversary)
हमने कई बार अपने बड़ों से सुना है कि देव आनंद को काले कोर्ट पहनने पर पाबंदी थी। लेकिन ये बात सिर्फ एक अफवाह है जो 90 के दशक में आग की तरह फैली थी। साल 2007 में देव साहब की बायोग्राफी रोमांसिंग विद लाइफ (Romancing With Life) प्रकाशित हुई थी। इसमें देव साहब ने खुद खुलासा किया कि ये बात सिर्फ कोरी अफवाह है और कुछ भी नहीं। ऐसी अफवाहें उड़ती रहती हैं जिनके पीछे कोई सच्चाई नहीं होती।

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इस फिल्म के लिए मिला था फिल्मफेयर अवार्ड
देव आनंद को फिल्म काला पानी (Kala Pani) के लिए बेस्ट एक्टर का पहला फिल्मफेयर अवार्ड मिला था। वहीं नलिनी जयवंत को इसी फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला था। देव आनंद ने बताया था कि इसी फिल्म ने दुनिया में एक नही कहानी को जन्म दिया जो मुझसे रिलेटेड थी। जी हां आप सही समझे, यहीं से शुरू हुई काला कोट पहनने की कहानी। दरअसल काला पानी में मैंने पूरी फिल्म में काले रंग के ही कपड़े पहने थे।

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तभी ये हवा उड़ी की मुझे काला कपड़ा पहनना मना है क्योंकि इस भेष में लड़कियां मुझे देखकर बेहोश हो जाती हैं, कुछ तो अपनी जान देने को तैयार हो जाती हैं। इस बात की सच्चाई बताते हुए देव साहब ने कहा कि, ये एक बड़ा झूठ है, ऐसा कुछ भी नहीं था, और यही वजह थी की मैं अक्सर काले कपड़े पहनता था।

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कोर्ट के फैसले का सच (Dev Anand Birth Anniversary)
सदाबहार एक्टर देवानंद ने अपने फिल्मी करियर में कई हिट फिल्में दी हैं। काले कपड़े पहनने पर कोर्ट की रोक पर एक्टर ने कहा कि, शायद ये बात इसलिए फैली क्योंकि फिल्म काला पानी में मैंने पूरे टाइम काले कपड़े ही पहने थे। फिल्म में जब बेटा अपने आपसे वादा करता है कि वो अपने पिता को निर्दोष साबित नहीं कर देता तब तक वो काले कपड़े ही पहनेगा।
लेकिन ये निर्णय किसी कोर्ट का नहीं बल्कि फिल्म की जरुरत के अनुसार खुद देव आनंद का था। ऐसे में ये बात साबित हो जाती है कि काले कपड़े पहनने पर कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक सिर्फ एक कोरी अफवाह है जो आज आप सभी इस खास दिन पर जान गए हैं।