मुंबई ( 12 जून ) फिल्म ‘बैंक चोर’ अपने नाम की वजह से विवाद में पड़ गई है । ‘बैंक चोर’ फिल्म के नाम को लेकर सेंसर बोर्ड ने ऐतराज जताया है। उनका मानना है कि फिल्म का नाम सुनने में गाली जैसा लगता है। रितेश देशमुख और विवेक ओबरॉय की इस कॉमेडी फिल्म का नाम सेंसर बोर्ड ने कुछ और रखने को कहा है। ‘बैंक चोर’ नाम का उच्चारण इस तरह से किया गया है कि ये गाली जैसा सुनाई पड़ता है। ट्रेलर में जब जब फिल्म का नाम बोला गया है वो गाली जैसा सुनाई पड़ता है। बोर्ड का मानना है कि फिल्म को सस्ती लोकप्रियता दिलाने के लिए फिल्म के मेकर्स ने ऐसा नाम रखा है। उन्हें लगता है कि ये नाम युवाओं में काफी पॉपुलर हो जाएगा। बोर्ड ने ट्रेलर में फिल्म के नाम बैंक चोर को दोबारा डब करने को कहा है। खास तौर से उन जगहों पर जहां भी उन्होंने बैंक चोर का इस्तेमाल किया हिंदी गाली के तौर पर किया है। इससे फिल्म में अश्लीलता आएगी। बता दें कि कुछ दिनों पहले बैंक चोर का नया ट्रेलर रिलीज हुआ था। सीबीएफसी ने साफ कहा है कि वो तब तक फिल्म को सर्टिफिकेट नहीं देगी जब तक फिल्म में इस्तेमाल हुए टाइटल को दोबारा डब नहीं किया जाता। पहले ऐसी खबरें थी कि कपिल बैंक चोर में काम करने वाले हैं लेकिन किसी कारण यह नहीं हो पाया। बैंक चोर तीन चोरों की कहानी है जो बैंक में डाका डालने के लिए सबसे खराब दिन चुनते हैं। तीनों चोर, चंपक, गेंदा और गुलाब बेवकूफ दिखाए गए हैं और इसमें एडल्ट कॉमेडी नहीं है।
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‘बैंक चोर’ नाम गंदी गाली जैसा सुनाई पड़ता है- सेंसर बोर्ड
मुंबई ( 12 जून ) फिल्म ‘बैंक चोर’ अपने नाम की वजह से विवाद में पड़ गई है । ‘बैंक चोर’ फिल्म के नाम को लेकर सेंसर बोर्ड ने ऐतराज जताया है। उनका मानना है कि फिल्म का नाम सुनने में गाली जैसा लगता है। रितेश देशमुख और विवेक ओबरॉय की इस कॉमेडी फिल्म […]
First published on: Jun 12, 2017 03:11 AM