Vijay Devarakonda: साउथ सिनेमा के सुपरस्टार विजय देवरकोंडा (Vijay Devarakonda) मुश्बितों में घिरे नजर आ रहे हैं। एक्टर अपनी हालिया रिलीज फिल्म ‘लाइगर’ के लिए धन की सोर्सिंग से संबंधित FEMA (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट) जांच के सिलसिले में बुधवार को हैदराबाद में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए हैं।
क्या है मामला?
दरअसल, ईडी मल्टीलिंगुअल फिल्म ‘लाइगर’ के संबंध में कथित भुगतान और धन के सोर्सिंग की जांच कर रहा है।जानकारी के मुताबिक विजय देवरकोंडा से फिल्म के लिए धन के स्रोतों, उनके और अमेरिकी मुक्केबाज माइक टायसन सहित अन्य अभिनेताओं को किए गए भुगतान के बारे में पूछताछ की जा रही है।
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‘लाइगर’ के डायरेक्टर से भी हुई थी पूछताछ
विजय देवराकोंडा से पहले प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में ‘लाइगर’ के डायरेक्टर पुरी जगन्नाथ और उनकी बिजनेस पार्टनर चार्मी कौर से लगभग 12 घंटे तक पूछताछ की थी।
बॉक्स ऑफिस पर नहीं चला ‘लाइगर’ का सिक्का
विजय देवरकोंडा की फिल्म ‘लाइगर’ रिलीज होने से पहले तो खूब सुर्खियां बटोरी थी। लेकिन रिलीज के बाद लोगों को ये फिल्म पसंद नहीं आया और हालत ये रही कि बॉक्स ऑफिस पर ‘लाइगर’ बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई। पुरी जगन्नाथ द्वारा निर्देशित इस फिल्म को मेनली यूएस (लास वेगास) में 125 करोड़ रुपये से ज्यादा के बजट में शूट किया गया था।
कांग्रेस नेता ने लगाया था धांधली का आरोप
कांग्रेस नेता बक्का जुडसन के शिकायत पर ईडी ने जांच शुरू की थी। बक्का जुडसन ने शिकायत में कहा था कि पॉलिटिशियन ने भी विजय देवरकोंडा की फिल्म ‘लाइगर’ में पैसा लगाया था। इसके साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया था कि इंवेस्टर्स को अपने काले धन को सफेद करने का यह सबसे आसान तरीका लगा था। वहीं जांच एजेंसी को शक है कि कई कंपनियों ने फिल्म मेकर्स के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए थे। फिलहाल ईडी इस मामले की जांच कर रही है।
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