The Legend of Indian Cinema: बॉलीवुड में कई ऐसे एक्टर और फिल्ममेकर हुए हैं जिन्होंने अपने काम से अलग पहचान बनाई, लेकिन उनका शुरुआती जीवन और अंतिम समय बहुत अच्छा नहीं रहा। जी हां आज, हम आपको एक ऐसे ही एक्टर और फिल्ममेकर से मिलवाने जा रहे हैं, जिन्होंने बॉलीवुड में एंट्री करने से पहले टेलीफोन ऑपरेटर का काम किया। उनकी शादी भी फेल हुई जिस वजह से उन्हें एल्कोहल की लत लग गई। नतीजन ये लत उनकी मौत का कारण बनी। चलिए जानते हैं, कौन है ये हस्ती।
कौन है ये सेलिब्रिटी
ये कोई और नहीं बल्कि इंडियन फिल्ममेकर हैं जो क्लोजअप शॉट, लाइट टेक्निक्स और इमोशंस को अच्छे से पर्दे पर एक्टर्स से प्रेजेंट करवाना जानते थे। ये कोई और नहीं बल्कि मशहूर फिल्ममेकर गुरु दत्त हैं। गुरु दत्त ने 8 ऐसी फिल्मों का निर्देशन किया जिन्हें टाइम मैगजीन में 100 ग्रेटेस्ट मूवीस में शामिल किया गया। इनमें 1957 में आई फिल्म ‘प्यासा’ भी शामिल है।
गुरु दत्त का शुरुआती जीवन
गुरु दत्त का असल नाम वसंत कुमार शिवशंकर पादुकोण था, लेकिन एक दुर्घटना के बाद उनका नाम बदलकर गुरु दत्त पादुकोण रख दिया गया था।
1942 में गुरु दत्त ने अल्मोड़ा में उदय शंकर के स्कूल ऑफ डांसिंग एंड कोरियोग्राफी में अपनी पढ़ाई शुरू की। इसके बाद उन्हें कोलकाता में लीवर ब्रदर्स फैक्ट्री में एक टेलीफोन ऑपरेटर के रूप में नौकरी मिल गई, लेकिन जल्द ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
गुरु दत्त का फिल्मी करियर
1945 में, गुरु दत्त ने विश्राम बेडेकर की फिल्म ‘लखरानी’ से अपने अभिनय की शुरुआत की और 1946 में पी.एल. संतोषी की फिल्म ‘हम एक हैं’ में सहायक निर्देशक और कोरियोग्राफर के रूप में काम किया। बाद में, वे देश के सबसे महान फिल्ममेकर्स में से एक बन गए। ‘कागज के फूल’ (1959), ‘चौदहवीं का चांद’ (1960) और ‘साहिब बीबी और गुलाम’ (1962) जैसी उनकी फिल्में भारतीय सिनेमा में क्लासिक मानी गईं। इतना ही नहीं, गुरु दत्त को 2012 में CNN के टॉप 25 एशियाई अभिनेताओं में से एक के रूप में मान्यता दी गई थी।
पर्सनल लाइफ
1953 में, गुरु दत्त ने गीता रॉय चौधरी से शादी की, जो एक मशहूर प्लेबैक सिंगर थीं, जिनसे उनकी मुलाकात ‘बाजी’ (1951) फिल्म के निर्माण के दौरान हुई थी। परिवार के काफी विरोध का सामना करने के बावजूद, शादी से तीन साल पहले उनकी सगाई हुई थी। वे मुंबई के पाली हिल में एक बंगले में रहने लगे और उनके तीन बच्चे हुए- तरुण, अरुण और नीना। हालांकि, उनकी शादी में परेशानियां थीं, लेकिन गुरु दत्त की स्मोकिंग और शराब पीने की लत ने उनके रिश्ते को खराब कर दिया। इसके साथ ही एक्ट्रेस वहीदा रहमान के साथ उनके करीबी रिश्ते ने बात और बिगाड़ दी, नतीजन, उनका तलाक हो गया।
गुरु दत्त की ट्रेजिक मौत
39 साल की उम्र में गुरु दत्त अपने घर पर मृत पाए गए थे। रिपोर्टों से पता चला कि उन्होंने शराब में नींद की गोलियां मिला दी थीं, जिससे उनकी मौत हो गई, लेकिन उनके बेटे अरुण का मानना था कि नींद की बीमारी के कारण उनकी अचानक मौत हुई थी। बहरहाल, जब उनकी मौत हुई तो वे ‘पिकनिक’ और ‘लव एंड गॉड’ फिल्मों पर काम कर रहे थे।
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