Netflix Documentary: क्राइम, मर्डर और सस्पेंस से भरी कई फिल्में बनी है, मगर सच्ची घटना पर आधारित आज हम आपको एक ऐसी कहानी के बारे में बताने जा रहे है, जिसने से देशभर को दहला दिया था। मर्डर मिस्ट्री जिसने न सिर्फ पुलिस बल्कि पूरे भारत की नींद उड़ा दी थी। हर कोई सोच में पड़ गया था कि आखिर ये मामला क्या है। 1 जुलाई 2018 की सुबह दिल्ली वालों के लिए एक ऐसी खबर लेकर आई थी, जिसे सुनकर उनके रोंगटे खड़े हो गए थे। यह साल 2018 का सबसे खौफनाक कांड था, जिसके बारे में नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री ‘हाउस ऑफ सीक्रेट्स: द बुरारी डेथ्स’ में दिखाया गया है। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक घर में 11 लोगों ने एक साथ आत्महत्या की थी, 11 के कनेक्शन ने इस केस में हर किसी को उलझाया था और इसे लेकर कई कहानी भी फैली थी।
दिल्ली का मशहूर बुराड़ी कांड
दिल्ली के बुराड़ी इलाका (House of Secrets: The Burari Deaths) उस समय अचानक चर्चा में आ गया था, जब वहां के संत नगर इलाके की गली नंबर 4 में एक परिवार के 11 सदस्यों की फंदे से लटकी लाशे मिली थीं। खुदकुशी, मर्डर…या कुछ और? एक परिवार के 11 लोगों के एक साथ फंदे से लटके होने की खबर ने पूरे देश में सनसनी मचा दी थी। ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर मौजूद डॉक्यूमेंट्री ‘हाउस ऑफ सीक्रेट्स: द बुरारी डेथ्स’ में दिल्ली के इस बुराड़ी हत्याकांड को लेकर चौंकाने वाली बातों और 11 सदस्यों की मौत से जुड़ी सच्चाई की जांच-पड़ताल करती है।
यह भी पढ़ें: Intimate Scene पर खुलकर बोलीं मशहूर एक्ट्रेस, किसिंग सीन के पीछे की सच्चाई रिवील
फंदे से लटकी मिली 11 लाशें
बुराड़ी इलाके में रहने वाली भाटिया फैमिली के 11 लोगों ने एक-साथ 30 जून और 1 जुलाई की आधी रात को एक साथ फांसी लगाई थी। इस केस में कई कहानियां फैली थी और पुलिस के साथ-साथ मीडिया में यह बुराड़ी केस काफी मशहूर हुआ था। पुलिस को इस केस ने काफी परेशान किया था, क्योंकि एक भरे-पूरे परिवार का यूं अचानक खात्मा लोगों के गले से नीचे नहीं उतर रहा था। इस केस में पुलिस को 11 डायरी भी मिली थी, जिसमें कई शॉकिंग खुलासे और जानकारी पुलिक के हाथ लगी थी।
बुराड़ी कांड की सच्ची कहानी
डॉक्यूमेंट्री (Netflix Documentary) ‘हाउस ऑफ सीक्रेट्स: द बुरारी डेथ्स’ ने इस केस को नए तरीके से समझाने की कोशिश की गई है, इंडिया में ऐसी पहली सीरीज है। 1 जुलाई की सुबह जब भाटिया परिवार के किराना शॉप बंद थी और उसके सामने दूध से भरी ट्रे रखी हुई थी। इतनी देर तक दुकान बंद होने की वजह से पड़ोसियों को अजीब लगा तो वो उन्हें देखने उनके घर चले गए। दरवाजा अंदर से खुला था और जैसे लोगों ने अंदर जाकर देखा तो उनके पैरों के नीचे जमीन निकल गई और कलेजा मुंह को आ गया। घर में एक और दो नहीं बल्कि एक साथ 11 लोग फंदे से झूल रहे थे। आंखो पर काली पट्टी, हाथ बंधे और पैरों के पास पड़े 11 टेबल… बयां कर रहे थे कि एक साथ सभी फंदे से लटके है। बुजुर्ग मां से लेकर बच्चों तक पूरा परिवार एक साथ खत्म हो गया था और लोगों के होश उड़ गए थे। इस केस में हर एंगल से जांच करने के बाद पुलिस का भी दिमाग चकरा गया था और फिर परिवार के इतिहास को बारीकी से खंगालने के बाद कई काले राज़ सामने आए।
अंधविश्वास बना 11 लोगों का काल
परिवार का हर सदस्य डायरी लिखता था और उस डायरी में जो बातें सामने आई थी, वो काफी परेशान करने वाली थीं। दरअसल, जब इस परिवार के मुखिया की मौत हो गई थी, तो परिवार को गहरा सदमा पहुंचा था। उसके कुछ साल बाद उनके छोटे बेटे ने कहा कि पापा की आत्मा उससे बात करती है और फिर वो सब लोग उसकी बातों पर आंख बंद करके विश्वास करने लगे, क्योंकि वो जैसा बोलता था, वो सच होने लगा था। परिवार उसकी बातों पर विश्वास करने लगा। भाटिया परिवार का आध्यात्मिक विश्वास कब अंधविश्वास में बदल गया, किसी को पता ही नहीं चला। इसी अंधविश्वास ने उन सभी की जान ले ली। इन सभी लोगों को भरोसा था कि उनके पिता की आत्मा उनको कुछ नहीं होने देगी, इसलिए वो सभी लोग सुबह के खाने की तैयारी करके फंदे से लटके थे, मगर आखिर में उन सभी को मौत ही नसीब हुई। इस परिवार ने अपने पूरे घर में 11 कील, 11 दरवाजे और ज्यादा 11 ही चीजें रखी थी।
एक्सपर्ट के नजरिए से स्टोरी
बता दें कि इस डॉक्यूमेंट्री (Netflix Documentary) में कोई एक्टर्स नहीं है, बल्कि इस केस को मनोवैज्ञानिक और सामाजिक एक्सपर्ट के नजरिए से देखने की कोशिश की गई है। डॉक्यूमेंट्री में साइकोलॉजिकल और क्लिनिकल एक्सपर्ट से बातचीत और इस केस को लेकर उनके नजरिए को दिखाया गया है और उसके साथ-साथ पुलिस और रिपोर्ट्स के एंगल को भी दिखाया गया है। जिन लोगों ने बुराड़ी कांड में सबसे अहम रोल निभाया था।
यह भी पढ़ें:Sector 36 से पहले देखें ये 5 खतरनाक साइको किलर फिल्में, रात को सोने से भी लगेगा डर