इंडिया के फेमस और सक्सेसफुल शेफ के पीछे एक रसोई होती है। वह रसोई जिसमें सिर्फ मसालों से नहीं, मां की सीख से भी तैयार होता है। मदर्स डे के खास मौके पर देश के फेमस शेफ्स ने अपनी मां से सीखी हुई खास टिप्स शेयर की हैं जिन्हें वह आज भी अपनी प्रोफेशनल किचन में अपनाते हैं। चाहे बात नींबू काटने के तरीके की हो या गाजर का हलवा झटपट बनाने की है। शेफ्स के इन नुस्खों में मां का प्यार, अनुभव और वो समझ जो हर खाने को खास बनाने वाली झलक दिख रही है। आइए जानते हैं इंडिया के टॉप शेफ्स की मांओं के वो अनमोल टिप्स जो उनकी सफलता की सीढ़ी बनी।
शेफ संजीव कपूर
शेफ संजीव कपूर ने बताया है कि उनकी मां उर्मिल कपूर के कुछ आसान मगर असरदार नुस्खे आज भी उनके साथ हैं। जैसे, नींबू को काटने से पहले उसे हल्का सा दबाकर लपेटना, जिससे उसका रस ज्यादा निकले। भिंडी को कभी पानी से न धोना, बल्कि कपड़े से साफ करना ताकि उसकी चिपचिपाहट न बढ़े। साथ ही, दाल में हींग डालना। यह नुस्खा आज भी उनके हर डिस में झलकता है। “गरम रोटी को कपड़े में लपेट दो” ये मां की बातें आज उनके प्रोफेशनल किचन में भी गूंजती हैं।
शेफ रणवीर बरार
शेफ रणवीर बरार अपनी मां सुरिंदर कौर से मिले खास किचन टिप्स को बेहद कीमती मानते हैं। वे बताते हैं कि उनकी मां हमेशा कहती थीं कि नमक एक साथ नहीं, भागों में डालो ताकि स्वाद का बैलेंस बना रहे। दूसरा अहम नुस्खा, भोजन को ढककर कुछ समय के लिए रख देना, जिससे उसका स्वाद और गहराता है। ये छोटी-छोटी बातें शेफ रणवीर के खाना बनाने के अंदाज में साफ झलकती हैं।
शेफ गरिमा अरोड़ा
गरिमा अरोड़ा ने मां नीतू अरोड़ा से जो झटपट गाजर का हलवा बनाना सीखा, वह आज भी उनका फेवरेट है। 1.25 किलो गाजर और 380 ग्राम कंडेंस्ड मिल्क को प्रेशर कुकर में दो सीटी तक पकाना और फिर दूध सुखाना। ये रेसिपी न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि कम समय में भी बन जाता है। गरिमा कहती हैं कि यह उनकी मां का जादू है, जो हर बाइट में महसूस होता है।
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शेफ कुणाल कपूर
कुणाल कपूर की मां वीना कपूर का एक बात उनके दिमाक में हमेशा से रहती है। वह यह है, “जब भी खाना बनाओ, ईमानदारी से बनाओ।” वे बताते हैं कि इसका मतलब सिर्फ स्वाद से नहीं, बल्कि कितना समान आप खाना बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं और उसके ताजगी से भी है। सच्चे मन और सही इरादे से बनाए गए खाने का स्वाद और असर दोनों ही अलग होता है। यही वजह है जो उनके रेस्टोरेंट और किचन का मूल है।
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