Monday, 28 October, 2024

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‘Kota Factory’ स्टारकास्ट के निक नेम हैं बेहद खास, दो के नाम सुन नहीं रोक पाएंगे हंसी

Kota Factory Star Cast Nicknames Story: कोटा फैक्ट्री का नाम सुनते ही शो की स्टारकास्ट के निक नेम जेहन में आ जाते हैं। लेकिन क्या आप उनके नाम के पीछे की कहानी जानते हैं, अगर नहीं तो अब जान लो...

Kota Factory

Kota Factory Star Cast Nicknames Story: ओटीटी (OTT) लवर्स के लिए गुड न्यूज ‘कोटा फैक्ट्री’ (Kota Factory) रिलीज डेट का काउंटडाउन शुरू हो गया है। जैसे ही इस सीरीज का नाम सामने आता है स्टार कास्ट के निक नेम गुदगुदाने लगते हैं। अब नाम ही कुछ ऐसे हैं तो हंसी आना जाहिर है। नेटफ्लिक्स (Netflix) की इस हिट वेब सीरीज ने सभी का दिल जीता है। जानकारी के लिए बता दें कि ये  सीरीज 20 जून से स्ट्रीम होने वाली है। साथ ही ये भी जान लेते हैं कि कैरेक्टर्स के निक नेम ऐसे ही नहीं पड़ गए उनके पीछे का किस्सा भी बड़ा ही दिलचस्प है। हाल ही में हुए एक पॉडकास्ट में कोटा फैक्ट्री की पूरी स्टारकास्ट ने शिरकत की थी और उन्होंने ऐसे-ऐसे किस्से शेयर किए की आप भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे। तो चलिए फिर देर किस बात की जान लेते हैं सभी के नेम की कहानी…

जीतू भैया के नाम की कहानी

जितेंद्र कुमार (Jitendra Kumar) का नाम खुंटी और टहनी था, आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों। अब जीतू भैया ने ही इसके पीछे की वजह बताई। दरअसल वो बहुत पतले हुआ करते थे, ऐसे में उनका नाम खुंटी पड़ गया, तो किसी ने टहनी कहना शुरू कर दिया। आप जानते हैं न खुंटी का क्या मतलब होता है, अरे वही जिस पर कपड़े टांगते हैं जिसे हैंगर भी कहते हैं।

बिस्वा का नाम कैसे पड़ा बांडो

आपने कोटा फैक्टरी तो देखी ही होगी उसमें सभी के निक नेम भी सुने ही होंंगे अब बिस्वा का ही नाम देख लो। उनका बांडू नाम सुनते ही हंसी आ जाती है। बिस्वा ने खुद अपने नाम के पीछे का किस्सा सुनाते हुए कहा कि वो जैसे ही कॉलेज पहुंचे तो एक सीनियर ने पूछा तुम कहां से हो, उसने बोला उड़ीसा से। सीनियर ने बोला बांडो का मतलब जानते हो तो वो बोले हां, बस फिर क्या था पड़ गया उनका नाम बांडो। वो बोला तू बांडो है… और वो बन गए बांडो।

 मयूर और रंजन के नाम की कहानी भी है खास

अब बात कर लेते हैं मयूर के निक नेम का किस्सा। दरअसल उनका नाम पड़ा था पिकिया जो उनके पिता की वजह से था। जी हां एक्टर ने बताया कि उनके पापा के बाल सफेद थे तो लोगों ने उन्हें पिकिया कहना शुरू कर दिया। वहीं रंजन को जॉन नाम मिला। इसी दौरान जीतू भैया को भी एक किस्सा याद आ गया और उन्होंने बोला कि पिताजी के नाम पर नाम पड़ना एक ट्रेंड था। एक बार एक लड़के को बाबूलाल जी कहते थे एक बार जीतू ने उसके घर फोन किया और बोला कि उन्हें बाबूलाल जी से बात करनी है तो सामने से उस लड़के के पापा ने बोला कि हां मैं ही बोल रहा हूं… ये सुन सभी हंसने लगे अब कॉलेज टाइम होता ही इतना खास है जिसकी यादें जिंदगी भर हमारे साथ रहती हैं।

First published on: Jun 19, 2024 08:43 AM

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