Actress Who got Sexually Harassed: फिल्म इंडस्ट्री से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है वो भी तब जब देश में महिला सुरक्षा को लेकर पहले से ही बहस छिड़ी हुई है। मलयालम सिनेमा को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें फिल्म इंडस्ट्री के भीतर के काले सच को उजागर किया है। मलयालम इंडस्ट्री में काम करने वाली एक्ट्रेसेस के लिए हालिया जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया है। ये रिपोर्ट एक बार फिर महिला सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाते हुए समाज के लिए सवाल खड़े कर रही है। जिन फिल्मों में महिला सुरक्षा की बातें होती हैं, उन्हीं फिल्मों के पर्दों के पीछे महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
रिपोर्ट में क्या कुछ खुलासा हुआ?
जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस को न केवल एक टॉक्सिक माहौल में काम करना पड़ता है, बल्कि उन्हें यौन उत्पीड़न जैसी गंभीर समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। रिपोर्ट के अनुसार, एक्ट्रेसेस को बार-बार शोषण का शिकार बनाया जाता है, और उन्हें कई बार उन ही अभिनेताओं के साथ इंटीमेट सीन करने के लिए मजबूर किया जाता है जिन्होंने उनके साथ घिनौनी हरकत की होती है।
The Hema Commission report is not just an expose—it’s a call to action. The revelations within these pages should serve as a catalyst for change, not just in Malayalam cinema but across industries where power imbalances exist. https://t.co/YemdgjErCp
— Ranu Singh (@SinghRanu18) August 20, 2024
चेंजिंग रूम में भी कैमरे का डर
रिपोर्ट में चेंजिंग रूम से जुड़ी चिंताओं का भी जिक्र किया गया है। कहा गया है कि इन कमरों में कैमरे लगवाए जा रहे हैं ताकि लड़कियों को फंसाया जा सके और उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए जा सकें। इस प्रकार की गतिविधियां ये दर्शाती हैं कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इसके अलावा एक्ट्रेसेस को शूटिंग के दौरान कभी भी सेक्स की मांग का सामना करना पड़ सकता है और इनकार करने पर उन्हें फिल्म से हटाया जा सकता है।
हर स्थिति में समझौते का दबाव
रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि एक्ट्रेसेस को फिल्म ऑफर के दौरान और शूटिंग के बाद लगातार समझौते और एडजस्टमेंट्स करने के लिए कहा जाता है। डर का माहौल इतना हो गया है कि एक्ट्रेसेस बिना परिवार के सेट पर अकेले आ भी नहीं सकतीं। भुगतान में भी देरी की जाती है और लंबे समय तक पैसे रोके जाते हैं जो कि एक्ट्रेसेस के लिए एक बड़ी समस्या बन जाती है।
शरीफ लड़कियों को फंसाने का जाल
रिपोर्ट के मुताबिक, ये पूरा मामला शरीफ लड़कियों को फंसाने और बाद में ब्लैकमेल करने का है। इंडस्ट्री के बड़े नाम भी इस काले धंधे में शामिल हैं जो महिलाओं के साथ इन घिनौनी हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। ये साफ तौर पर एक जाल है जिसमें कई एक्ट्रेसेस को फंसाया जाता है और उनकी निजी असहजता का फायदा उठाया जाता है।
समाज को झकझोर देने वाला खुलासा
जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने एक बार फिर फिल्म इंडस्ट्री के भीतर महिलाओं की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। इस रिपोर्ट के खुलासे न केवल समाज को झकझोरने वाले हैं, बल्कि ये भी दर्शाते हैं कि महिला सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए और अधिक ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाने की जरूरत है। फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि इस प्रकार के मामलों में सुधार हो सके और महिलाएं एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण में काम कर सकें।
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