CTRL Movie Review In Hindi: Ashwani Kumar- CTRL मानिए, तो ये आपके लैपटॉप में बस एक KEY है, लेकिन ये आपकी लाइफ को कंट्रोल करता है। मोबाइल की स्क्रीन पर रील्स देखकर घंटों गुजारते हुए, गेमिंग में बिना टर्म्स एंड कंडीशन पढ़े साइन करने वाले हम सब, ये जानते-समझते हुए भी अनजान बने रहते हैं कि हमारी सारी ऑनलाइन एक्टिविटी किसी ना किसी तरह अलग-अलग एप्प स्टोर कर रही हैं। वो हमें उसका एडिक्ट बनाती जा रही हैं। कभी ऐसा एहसास हुआ है कि आप किसी दोस्त या फैमिली वालों से किसी चीज को खरीदने की बात करें, और फिर जैसे ही आप अपना सोशल मीडिया अकाउंट खोलें, वहां वो उसी प्रोडक्ट का ऐड नजर आने लगे। आपको ये कन्वेनिएंट जरूर लग रहा होगा, लेकिन आप इससे बेख्याल है कि आपके फोन का माइक्रोफोन, बिना जानकारी के आपकी सारी इन्फॉर्मेशन दूसरे तक पहुंचा रहा है।
क्या है CTRL की कहानी?
विक्रमादित्य मोटवानी की फिल्म CTRL आपको यही समझाती है, दिखाती है, थोड़ा डराती है… लेकिन वो जितना कुछ भी बताती है, वो दरअसल आप और हम फेस कर रहे हैं। नेला और जो… कॉलेज में मिले, अकेलेपन से जुझते इन दोनो ने एक दूसरे में अपना ठिकाना ढूंढ लिया और फिर हमारी-आप सबकी तरह, ये अपनी ज़िंदगी को सोशल मीडिया पर शेयर करने लगे। नेला का N और जो J, मिलकर चैनल का नाम बनाया Njoy और फिर देखते ही देखते, लाइफ व्लॉग्स बनाते हुए ये इन्फ्लूएंसर बन गएं। एक दिन नेला, जब जो अपने रिलेशनशिप एनीवर्सरी पर ऑन कैमरा सरप्राइज करने पहुंचती है, तो वो ये देखकर हैरान हो जाती है कि जो किसी और लड़की के साथ इंटीमेट हो रहा है।
यह भी पढ़ें: रिलीज से पहले कॉन्ट्रोवर्सी में फंसी Jigra, अब मेकर्स ने तोड़ी चुप्पी; बोले- आलिया परफेक्ट कास्टिंग…
इंटरनेट पर जिंदगी बिताने वाले इन कपल्स के अलग होने की कहानी, हाल ही में हुए एक बड़े यूट्यूबर की जिंदगी से यहां तक तो बेहद मेल खाती है, जिनके डिवोर्स को लेकर उनकी जबरदस्त ऑनलाइन ट्रॉलिंग हो रही है। मगर CTRL की कहानी, इसके आगे की है, नेला अपने ब्रेकअप से जो की यादें मिटाने के लिए एक AI टूल का सहारा लेती है। जहां एक AI असिस्टेंट, नेला की तस्वीरों और वीडियो से जो की यादें मिटाते-मिटाते कुछ ऐसा कर देता है, जिससे जो भी गायब हो गया। CTRL इससे भी आगे बढ़ती है, बताती है कि इंटरनेट के बादशाह कैसे आपकी और हमारी जिंदगी को मैनिपुलेट कर रहे हैं और हम, उनकी ऐप्स और सोशल मीडिया के जाल में ऐसे फंसे हैं कि कुछ भी नहीं कर सकते।
अविनाश और सुमुखी का दिखा कमाल
अविनाश और सुमुखी के साथ मिलकर विक्रमादित्य मोटवानी ने CTRL को कुछ ऐसे बुना है, कि ये चंद किरदारों और दो-तीन कमरों में सिमटकर रह जाती है, जैसा कि हमारी-आपकी जिंदगी में मोबाइल डिवाइस के साथ हो रहा है। देखकर डर लगता है कि ऐप्स, बिना परमिशन हमारी जिंदगी को रिकॉर्ड कर रहे हैं, और उससे हमारी सोच, हमारी जिंदगी पर हावी होते जा रहे हैं। विक्रमादित्य मोटवानी का ट्रीटमेंट, CTRL को बिल्कुल रियलिस्टिक बना देता है, जहां ड्रामा नहीं है.. बस सोशल मीडिया अपीयरेंस की होड़ है, और उसके आगे ऐसी खाई है जिससे बाहर निकलना नामुमकिन है। प्रतीक शाह की सिनेमैटोग्राफी, जहां नोबेल की एडिटिंग – CTRL को बिल्कुल कंट्रोल में रखती है।
किसकी एक्टिंग में दिखा दम
CTRL पूरी तरह से अनन्या पांडे (Ananya Pandey) की फिल्म है। विक्रमादित्य मोटवानी ने अनन्या को नेला उर्फ नलिनी के रोल में कास्ट ही इसलिए किया है, क्योंकि अनन्या की पूरी इमेजिंग नेला जैसी ही है। और यही फिल्म का मास्टर स्ट्रोक है। Joe Mascarenhas के किरदार में विहान की कास्टिंग भी और परफॉर्मेंस भी CTRL के फेवर में जाती है। हाल ही अन्नया और विहान की रिलीज हुई ‘कॉल मी बे’, जो रियलिटी से बहुत दूर है, ये दोनो एक्टर, बिल्कुल अलग तस्वीर खींचते हैं। बाकी दूसरे एक्टर्स फिल्म में बिल्कुल वैसे ही फीलर्स की तरह आते हैं, जैसे मोबाइल की स्क्रीनिंग से चिपके हमारी जिंदगी में आजकल हमारी फैमिली और दोस्त हो गए हैं।
CTRL को 3 स्टार।
यह भी पढ़ें: फेमस एक्ट्रेस के साथ हुआ जानलेवा हादसा, सोशल मीडिया पर बताई आपबीती