Priya Rajvansh: बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री की एक ऐसी एक्ट्रेस जो अपनी मौत के 24 साल बाद भी चर्चा में रही हैं। जिन्होंने अपने फिल्मी करियर में सिर्फ 7 फिल्मों में काम किया, और फिर प्यार की खातिर सब छोड़ भी दिया। और तो और अपने से 15 साल बड़े शादीशुदा एक्टर पर दिल हार बैठीं। लेकिन सच्चा प्यार नसीब न हुआ, और दर्द भरी मौत मिली। आप सोच रहे होंगे की ऐसी कौन सी एक्ट्रेस है जिनकी इतनी दुख भरी कहानी है। हम बात कर रहे हैं प्रिया राजवंश (Priya Rajvansh) की जिन्होंने प्यार की खातिर सब कुर्बान कर दिया।
कौन थी प्रिया राजवंश?
शिमला में जन्मी प्रिया राजवंश का जन्म वीरा सुंदर सिंह के घर हुआ था। उनके पिता वन विभाग में संरक्षक थे, जिनका एक असाइनमेंट के चलते संयुक्त राष्ट्र में ट्रांसफर हो गया। वहीं से प्रिया ने अपनी पढ़ाई पूरी की और उस समय की सबसे पढ़ी लिखी एक्ट्रेस कहलाईं। ग्रेजुएशन कंप्लीट होने के बाद वो रॉयल एकेडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट (RADA) में शामिल हो गईं।
जब वो 22 साल की थीं तो एक फोटो क्लिक करवाई जो पता नहीं कैसे फिल्म मेकर ठाकुर रणवीर सिंह तक पहुंच गई। उन्होंने फिर इस हसीना का पता लगवाया और हकीकत फिल्म का ऑफर दिया जो साल 1964 में आई थी। पहली ही फिल्म सुपरहिट रही, और वो फेमस हो गई।
इन फिल्मों से मिली प्रसिद्धि
अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्री ने 22 साल की उम्र में फिल्मी करियर क शुरुआत की। सबसे खास बात ये है कि उन्होंने पूरे फिल्मी करियर में सिर्फ 7 फिल्मों में ही काम किया। उनकी हिट फिल्में ‘हीर रांझा’ (1970) और ‘हंसते जख्म’ (1973) रही जो आज भी पुराने जमाने के लोगों को याद है। आप सोच रहे होंगे कि हिट मूवी की हीरोइन ने ऐसा क्यों क्या तो बता दें कि प्यार की खातिर हसीना ने सब कुछ छोड़ दिया। जी हां, प्रिया का दिल अपने से 15 साल बड़े चेतन आनंद पर आ गया था, जो देव आनंद के छोटे भाई थे।
शादीशुदा मर्द की बनी प्रेमिका
प्रिया राजवंश का दिल चेतन आनंद पर आया, जो उनसे बड़े तो थे ही साथ में शादीशुदा भी थे। जब दोनों रिलेशन में आए तो चेतन ने अपनी वाइफ को छोड़ दिया और दोनों बिना शादी किए लिव-इन में रहने लगे। कहा जाता है कि दोनों जुहू स्थित चेतन आनंद के रुइया पार्क बंगले में रहते थे। जब चेतन की मौत हो गई तो प्रिया के हिस्से में वही बंगला आया जिसमें वो रहती थीं।
प्रेमी के बच्चों ने ही कर दी हत्या
प्रिया राजवंश की जिंदगी में बहुत उथल पुथल रही है। पहले प्यार के लिए करियर कुर्बान किया, फिर शादीशुदा मर्द की प्रेमिका बन गईं। लेकिन सबसे दुखद तो थी उनकी मौत, जो 27 मार्च 2000 को मुंबई के जुहू स्थित चेतन आनंद के रुइया पार्क बंगले में प्रिया राजवंश की हत्या कर दी गई थी। कथित तौर पर प्रिया राजवंश को चेतन आनंद के बेटे केतन आनंद और विवेक आनंद और उनके कर्मचारियों माला चौधरी और अशोक चिन्नास्वामी ने मिलकर मार दिया। जांच पड़ताल में कहा गया कि ये हत्या संपत्ति के लिए की गई है।
अभी तक अनसुलझा है मामला
कहा जाता है कि प्रिया द्वारा लिखा गया एक नोट सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया गया। इसमें लिखा था कि उन्हें किसी भी समय अपनी मौत का डर था। इसके आधार पर सभी आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई लेकिन बाद में उन्हें जमानत दे दी गई। ऐसे में आजतक इस मामले को लेकर कहा जाता है कि वो अनसुलझा है।
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