रिलीज से पहले सेंसर बोर्ड ने इन 7 फिल्मों पर लगाई रोक 

KIRTI SONI

CBFC ने फिल्म के कुछ वॉयसओवर और डायलॉग्स को हटाने या बदलने के लिए कहा है। इसी लिए अब इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी गई है। 

'फुले' 

1989 में सेंसर बोर्ड ने महिलाओं की अधीनता की वजह से सर्टिफिकेट नहीं मिला था। फिर बाद में बॉम्बे हाईकोर्ट ने इसे रिलीज की इजाजत दे दी थी।

पति परमेश्वर

साल 2003 में अनुराग कश्यप की इस क्राइम थ्रिलर फिल्म को हिंसा, ड्रग्स और आपत्तिजनक भाषा के कारण सेंसर बोर्ड ने रोक दिया था।

पांच 

साल 1987 की एक तमिल फिल्म ने जाति प्रथा पर सवाल उठाए, सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई, लेकिन मुख्यमंत्री एम. जी. रामचंद्रन की वजह से फिल्म को रिलीज होने की मंजूरी मिल गई थी।

वेधम पुधिथु 

साल 1974 में महेश भट्ट की पहली फिल्म को शादी की संस्था का मजाक उड़ाने के आरोप में सेंसर बोर्ड ने रोका था। बाद में सरकार के दखल से फिल्म को मंजूरी मिल गई थी।

मंजिलें और भी हैं

साल 2016 में पंजाब की ड्रग मामले पर बनी इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने 94 कट्स के बाद ही पास करने को कहा, लेकिन कोर्ट से मामूली कट्स के साथ रिलीज की इजाजत मिल गई।

उड़ता पंजाब

साल 1975 में गुलजार की इस फिल्म को इंदिरा गांधी से मिलती कहानी के कारण बैन किया गया था, लेकिन सरकार बदलने पर इसे रिलीज किया गया।

आंधी