700 साल पुराना है 'हीरामंडी' का ये  फेमस गाना

Deeksha priyadarshi

हीरा मंडी का गाना  'सकल बन फूल रही सरसों'  700 साल पुराना है। इस गाने को अमीर खुसरो ने लिखा है, जिसके पीछे भी एक कहानी को छुपी है।

सकल बन फूल रही सरसों' की कहानी

एक बार अमीर खुसरो ने देखा कि बसंत पंचमी के दिन लोग पीले फूल लेकर मंदिर की तरफ जा रहे थे।

बसंत पंचमी का जिक्र

अमीर खुसरो के पूछने पर लोगों ने बताया कि आज के दिन हम सरस्वती माता को पूजते हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए पीले फूल चढ़ाते करते हैं।

खुसरो ने जाना पीले फूल का महत्व

खुसरो ने भी उनसे थोड़े फूल मांग लिए और नाचते गाते अपने गुरु हजरत निजामुद्दीन औलिया को खुश करने पहुंचे।

हजरत निजामुद्दीन औलिया के पास गए

दरबार में पहुंचकर खुसरो ने उन्हें बताया कि यहां के लोग बसंत पंचमी के दिन अपने खुदा को पीले फूल चढ़ाते हैं। इसलिए मैं यह फूल आपके लिए लाया हूं।

खुदा को चढ़ाते हैं पीले फूल

इसी इसी वाक्य पर खुसरो ने अपने खुदा के लिए यह गाना लिखा था। यही वजह है कि हीरा मंडी के इस गाने में पीले रंग को इतनी खूबसूरती से दिखाया गया है।

खुसरो ने लिखी कव्वाली

आज भी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर हर बसंत पंचमी को पीले फूल और पीले चादर चढ़ाई जाती है।

आज भी निभाई जाती है ये रीत